एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, एशिया में 87% हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNWIs) के पास डिजिटल एसेट्स हैं, और 60% अपनी अलोकेशन बढ़ाने का प्लान कर रहे हैं।
इससे पता चलता है कि पूरे क्षेत्र में डिजिटल एसेट्स का क्षेत्र मैच्योर हो रहा है। प्रमुख मार्केट्स में अमीर इनवेस्टर्स अब क्रिप्टो को अपनी पोर्टफोलियो का ज़रूरी हिस्सा मान रहे हैं।
एशियाई अमीर निवेशकों में Digital Asset एडॉप्शन तेज
ये जानकारी Sygnum के APAC HNWI Report 2025 से आई है। इसमें 10 एशिया-पैसिफिक मार्केट्स के 270 से ज्यादा अमीर और प्रोफेशनल इनवेस्टर्स को सर्वे किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल एसेट्स अब लॉन्ग-टर्म वेल्थ स्ट्रेटजीज़ का स्ट्रक्चरल हिस्सा बनते जा रहे हैं।
रिपोर्ट में सामने आया है कि 87% लोग पहले ही अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में डिजिटल एसेट्स रखते हैं। इसके अलावा, 49% रिस्पॉन्डेंट्स अपनी पोर्टफोलियो का 10% से ज्यादा हिस्सा क्रिप्टो को अलोकेट करते हैं, जिससे मीडियन HNWI एक्सपोजर 10–20% के रेंज में आता है। 60% अपनी अलोकेशन बढ़ाने का इरादा रखते हैं।
“सिंगापुर और बड़े APAC रीजन के HNWIs डिजिटल एसेट्स को वेल्थ क्रिएशन और प्रिजर्वेशन का शानदार मौका मानते हैं। इनका डिसिप्लिन्ड और जेनरेशन दर जेनरेशन इनवेस्टमेंट का अप्रोच और हाई रिस्क लेने की क्षमता उन्हें डिजिटल एसेट्स में बड़ी अलोकेशन की तरफ ले जा रही है—खासकर सिंगापुर के MAS के रेग्युलेटेड फ्रेमवर्क में, जहाँ वो इंस्टिट्यूशनल-ग्रेड सेफगार्ड्स पाते हैं, जैसी उम्मीद ये इनवेस्टर्स करते हैं।”—Lucas Schweiger, रिपोर्ट ऑथर और Sygnum Crypto Asset Ecosystem Research Lead
संपत्ति सुरक्षित रखना अब speculation से ज़्यादा अहम
पूरी रिपोर्ट का एक अहम पॉइंट यह है कि एशियाई प्राइवेट इनवेस्टर्स का बिहेवियर मैच्योर हो रहा है। अब 90% रिस्पॉन्डेंट्स मानते हैं कि डिजिटल एसेट्स लॉन्ग-टर्म वेल्थ प्रिजर्वेशन और जनरेशनल प्लानिंग के लिए जरूरी हैं। अब डाइवर्सिफिकेशन अलोकेशन डिसीजन की सबसे बड़ी वजह बन गया है, जिसने शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग और मेगाट्रेंड एक्सपोजर को भी पीछे छोड़ दिया है।
साथ ही, ज्यादा सोफिस्टिकेटेड प्रोडक्ट्स के लिए भी डिमांड बढ़ रही है। HNWIs अब ऐक्टिवली मैनेज्ड स्ट्रेटजीज़, आउटसोर्स्ड इन्वेस्टमेंट मैंडेट्स और यील्ड-एन्हांस्ड प्रोडक्ट्स में दिलचस्पी ले रहे हैं जो उनके वेअल्थ स्ट्रक्चर्स में फिट बैठते हैं।
गौर करने वाली बात है कि इनवेस्टर्स अब पारंपरिक वेल्थ मैनेजर्स से भी तेजी से क्रिप्टो ट्रेंड्स के साथ चलने की उम्मीद कर रहे हैं। हाल ही में BeInCrypto की एक रिपोर्ट में बताया गया कि US में बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ऐसे एडवाइजर्स से फंड्स हटा चुके हैं जो क्रिप्टो एक्सपोजर नहीं देते हैं।
“Singapore के MAS framework और Hong Kong के digital asset regulations ने traditional wealth managers के लिए क्रिप्टो सर्विस देने की पूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर बना दी है—अब सवाल यह नहीं है कि प्राइवेट बैंक यह डिमांड पूरी कर सकते हैं या नहीं, बल्कि यह है कि वह कब इससे जुड़ेंगे,” Gerald Goh, Sygnum Co-Founder और APAC CEO ने कहा।
ETF डिमांड में Diversification अब सिर्फ Bitcoin और Ethereum तक सीमित नहीं
एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स की डिमांड काफी बढ़ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, 80% उत्तरदाता ऐसे ETFs चाहते हैं जो सिर्फ Bitcoin और Ethereum से आगे भी जाएं। Solana सबसे आगे है, जहां 52% लोग इस एसेट में एक्सपोजर लेने के लिए इच्छुक हैं।
इसके बाद multi-asset क्रिप्टो इंडेक्स 48% पर हैं और XRP 41% पर है। खास बात यह है कि 70% ने बताया कि अगर ETF structures में staking yield शामिल हो जाए, तो वे इसमें allocation करेंगे या allocation बढ़ाएंगे।
हालांकि, Sygnum ने देखा है कि बहुत से निवेशक हाल की मार्केट वोलैटिलिटी के बाद सतर्कता से मार्केट में आ रहे हैं।
कमजोर रेग्युलेशन, custody और security से जुड़ी लगातार चिंताएं, और अलग-अलग jurisdictions में लाइसेंस की बदलती जरूरतें, बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी को अभी भी सीमित कर रही हैं।
फिर भी, लॉन्ग-टर्म भरोसा मजबूत बना हुआ है। 57% HNWIs और 61% UHNWIs ने क्रिप्टो मार्केट पर bullish या स्ट्रॉन्गली bullish लॉन्ग-टर्म नजरिया बताया है। उनका विश्वास क्रिप्टो और ट्रेडिशनल फाइनेंस के गहरे होते मेल से और मजबूत हुआ है।
Goh ने बताया कि APAC तेजी से दुनिया का एक सबसे तेज़ बढ़ता और प्रभावशाली digital asset hub बन रहा है। वे उम्मीद करते हैं कि 2026 तक यह मोमेंटम और तेज होगा।