Bitcoin प्राइस दिसंबर का ज़्यादातर समय साइडवेज़ मूवमेंट में गुज़ार चुका है, जिससे Bulls और Bears दोनों ही परेशान हैं। शॉर्ट-टर्म वोलाटिलिटी के बावजूद, मार्केट का बड़ा स्ट्रक्चर साल के आखिर तक रेंज-बाउंड बना हुआ है।
Bitcoin पिछले 30 दिनों में लगभग 5% ऊपर है, लेकिन पिछले हफ्ते में प्राइस लगभग फ्लैट ही रही है। इस दिशा की कमी से मार्केट में हिचकिचाहट दिखती है। फिर भी, लेटेस्ट ऑन-चेन डाटा इशारा करता है कि खासकर स्पॉट मार्केट में कुछ बदलाव आ रहा है। बायिंग प्रेशर में तेजी से इज़ाफा हुआ है, जिससे एक बड़ा सवाल खड़ा हुआ है – क्या डिमांड में यह बदलाव Bitcoin को अपने सबसे मजबूत नजदीकी रेजिस्टेंस (वाल) को पार करने में मदद करेगा?
Whales और exchange ऑउटफ्लो से खरीदारी का दबाव बढ़ता दिखा
पिछले कुछ दिनों में दो ऑन-चेन सिग्नल्स सबसे खास रहे हैं: व्हेल्स का बिहेवियर और एक्सचेंज ऑउटफ्लो।
सबसे पहले, कम-से-कम 1,000 BTC रखने वाली एंटिटीज़ की संख्या 17 दिसंबर की तेज गिरावट के बाद एक बार फिर बढ़ने लगी है। यह मेट्रिक बड़े होल्डर्स (व्हेल्स) को ट्रैक करती है। जब यह नंबर बढ़ता है, तो इसका मतलब होता है कि बड़े प्लेयर्स BTC को कलेक्ट कर रहे हैं, डिस्ट्रिब्यूट नहीं कर रहे।
20 दिसंबर के बाद से इन बड़ी एंटिटीज़ की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। हालांकि यह अभी भी पिछले छह महीनों के हाई से थोड़ा नीचे है, लेकिन इसका बढ़ना मायने रखता है। जैसे-जैसे BTC प्राइस स्टेबल हैं, व्हेल्स धीरे-धीरे BTC एक्सपोज़र बढ़ा रही हैं।
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दूसरा, एक्सचेंज नेट पोजीशन चेंज में बायिंग एक्टिविटी में तेज़ उछाल दिखा है। यह मेट्रिक बताता है कि कितने कॉइन्स सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजेस में इन या आउट हो रहे हैं। जब ज्यादा कॉइन्स एक्सचेंजेस से बाहर जाते हैं, तो इसका मतलब अक्सर खरीदार BTC को सेल्फ-कस्टडी में ट्रांसफर कर रहे हैं, जिससे तुरंत सेलिंग प्रेशर कम हो जाता है।
19 दिसंबर को Bitcoin एक्सचेंज ऑउटफ्लो लगभग 26,098 BTC था। 21 दिसंबर तक ऑउटफ्लो बढ़कर 41,493 BTC पहुंच गया। सिर्फ दो दिन में नेट ऑउटफ्लो में 59% की बढ़ोतरी हुई है।
यह अंतर महत्वपूर्ण है। Whale द्वारा accumulation लगातार हो रहा है लेकिन यह बहुत ज्यादा नहीं है। लेकिन exchange से ऑउटफ्लो बहुत तेज़ी से बढ़ा है। इसका मतलब है कि रिटेल और मिड-साइज़ खरीदार भी whales के साथ मार्केट में आ रहे हैं, जिससे पूरे मार्केट में स्पॉट डिमांड बढ़ रही है।
इन सभी संकेतों से साफ है कि स्पॉट buying प्रेशर लगातार बढ़ रहा है, भले ही अभी तक प्राइस ने ब्रेकआउट नहीं किया है।
Bitcoin प्राइस लेवल्स जो तय करेंगे अगला रास्ता
अभी यह buying प्रेशर कितना मायने रखता है, यह Bitcoin के की लेवल्स पर निर्भर करेगा।
सबसे बड़ी resistance वॉल करीब $89,250 के पास है। मिड-December से इस लेवल ने Bitcoin की अपसाइड मूव्स को रोककर रखा है और कई बार प्राइस को ऊपर जाने से रोका है। जब तक Bitcoin प्राइस इस लेवल के ऊपर मजबूती से क्लोज नहीं करता, तब तक मार्केट एक रेंज में ही रहेगा।
अगर खरीदार $89,250 को फिर से हासिल कर लेते हैं, तो Bitcoin $96,700 तक जाने की कोशिश कर सकता है। यह चार्ट पर सबसे मजबूत overhead resistance zone में से एक है, और इस लेवल ने हर बार प्राइस को reject किया है। यही Bitcoin के लिए अगला बड़ा टेस्ट होगा।
डाउनसाइड की बात करें तो, $87,590 अभी के लिए सबसे महत्वपूर्ण शॉर्ट-टर्म सपोर्ट है। अगर प्राइस इसके नीचे क्लीन ब्रेक कर देता है, तो $83,550 सामने आ जाएगा, और अगर सेलिंग बढ़ती है तो फिर $80,530 तक का भी खतरा बन सकता है।
सारांश में, Bitcoin अब बढ़ रहे buying प्रेशर और सख्त resistance वॉल के बीच फंसा है। Whales धीरे-धीरे accumulation कर रहे हैं, exchanges से ऑउटफ्लो तेज़ हो गया है, और प्राइस एक फैसले के पॉइंट पर पहुंच गया है। अब सब कुछ इसी बात पर निर्भर है कि demand में यह तेजी $89,250 के level को पार कर सकती है या नहीं। अगर प्राइस इस level से ऊपर जाता है तो new year में ब्रेकआउट मिल सकता है, वरना मार्केट रेंज में ही चलती रहेगी।