Made in USA कॉइन्स की पूरी कैटेगरी पिछले हफ्ते लगभग फ्लैट ट्रेड हुई है, जबकि बड़े क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी बढ़ गई है। क्रिसमस के समय लिमिटेड लिक्विडिटी में अक्सर यह साफ़ दिखता है कि कौन से प्रोजेक्ट्स चुपचाप प्रेशर बना रहे हैं, ऐसे में यह कम मूवमेंट खास बन जाती है।
अब कई US-बेस्ड टोकन्स टेक्निकल डिसीजन पॉइंट्स पर हैं, जहाँ छोटे मूवमेंट्स भी शॉर्ट-टर्म ट्रेंड बदल सकते हैं। इस आर्टिकल में क्रिसमस 2025 से पहले देखने योग्य तीन ऐसे Made in USA कॉइन्स का जिक्र है, जिनमें बेहतर प्राइस स्ट्रक्चर, बढ़ता ब्रेकडाउन रिस्क और तेज़ मूवमेंट की संभावना दोनों डायरैक्शन में मौजूद है।
Cardano (ADA)
Cardano उन Made in USA कॉइन्स में से एक है, जिसे ट्रेडर्स क्रिसमस 2025 से पहले जरूर देख सकते हैं। बीते 24 घंटों में यह लगभग 3.5% तक गिरा है और इसकी मासिक गिरावट 27% से ज्यादा हो चुकी है।
हाल ही में हुई Midnight अपग्रेड से सेंटीमेंट में कोई खास बदलाव नहीं आया और जब से मार्केट कमजोर हुआ है, डाउनसाइड प्रेशर फिर लौट आया है।
डेली चार्ट पर Cardano ने bearish कंटिन्युएशन स्ट्रक्चर — bearish पोल-एंड-फ्लैग — से ब्रेकडाउन कर लिया है। पहले की कंसोलिडेशन भी नीचे की ओर निकली, जिससे साफ़ है कि सेलर्स का कंट्रोल बना हुआ है।
इससे कमजोर प्राइस प्रोजेक्शन एक्टिव है, जो संकेत करता है कि यहाँ से लगभग 39% तक की और गिरावट हो सकती है, खासकर ब्रेकडाउन ज़ोन के बाद।
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इस समय सबसे अहम लेवल $0.370 है। हाल की वीक में यह ज़ोन स्ट्रॉन्ग सपोर्ट रहा है, लेकिन प्राइस अब इसकी ओर बढ़ रहा है। अगर Cardano का डेली क्लोज़ $0.370 से नीचे आता है, तो डाउनसाइड रिस्क बढ़ जाएगा और $0.259 का फोकस बन जाएगा, जो पूरी bearish प्रोजेक्शन के मुताबिक है।
Cardano प्राइस को स्टेबल करने के लिए जरूरी है कि $0.370 के आस-पास सेलिंग प्रेशर कम हो। बहरीश सेटअप को इनवैलिडेट करने और मोमेंटम रीगेन करने के लिए Cardano को पहले $0.489, फिर $0.517 के ऊपर जाना होगा। ये दोनों लेवल इम्पॉर्टेंट फिबोनाच्ची रिसिस्टेंस हैं, जो बायर्स के दोबारा आने का सिग्नल देंगे।
जब तक ये लेवल रिक्लेम नहीं होते, Cardano क्रिसमस तक कमजोर बना रहेगा, खासकर अगर Made in USA कैटेगरी में कमजोरी जारी रहती है।
Stellar (XLM)
Stellar इस समय Made in USA कॉइन्स में एक इम्पॉर्टेंट डिसीजन पॉइंट पर खड़ा है, जैसे-जैसे क्रिसमस नजदीक आता जा रहा है। प्राइस एक्शन यह टेस्ट कर रहा है कि लॉन्ग-टर्म एडॉप्शन शॉर्ट-टर्म वैल्यू को सपोर्ट कर सकता है या नहीं।
XLM पिछले 24 घंटों में लगभग 2.5% नीचे है, जिससे इसकी मासिक गिरावट करीब 18% हो गई है। यह सतर्कता तब और ज्यादा स्पष्ट हो जाती है जब आप एडॉप्शन डेटा देखते हैं।
हालांकि पिछले एक महीने में Stellar पर RWA holders की संख्या तेज़ी से बढ़ी है, लेकिन नेटवर्क पर टोटल एसेट्स का मूल्य घटा है।
प्राइस चार्ट भी यही संकेत देता है। 3 दिसंबर से 9 दिसंबर के बीच, Stellar में एक hidden bearish divergence दिखाई दी। प्राइस ने लोअर हाई बनाया जबकि RSI ने हायर हाई। RSI या Relative Strength Index, मोमेंटम को ट्रैक करता है। इस divergence के बाद से,XLM लगातार गिरता गया है, जिससे यह कन्फर्म होता है कि बड़ी गिरावट का ट्रेंड अभी भी जारी है।
अब मुख्य लेवल $0.231 है। हाल की गिरावटों में यह जोन शॉर्ट-टर्म सपोर्ट की तरह काम कर रहा है। इसके ऊपर टिके रहना ये दिखाता है कि सेलर्स अब धीमे हो रहे हैं, खासकर क्रिसमस के स्लो ट्रेडिंग पीरियड में। अगर दैनिक क्लोज $0.231 से नीचे होता है तो अगला टारगेट $0.216 होगा और अगर मार्केट वीकनेस जारी रही तो आगे और गिरावट आ सकती है।
इस bearish स्ट्रक्चर को तोड़ने के लिए Stellar को $0.262 लेवल वापस पाना जरूरी है। ये लेवल नवंबर के मिड से हर रैली को रोकता आया है।
इसके ऊपर जाने के लिए लगभग 10% की रैली चाहिए और ये बताता है कि buyers अब फिर से ऊंचे प्राइस पर डिफेंड के लिए तैयार हैं। इस लेवल को दोबारा पाने की थोड़ी उम्मीद बाकी है क्योंकि X पर एनालिस्ट्स ने XLM में buy signal फ्लैश होने की बात कही है।
तब तक Stellar एक Made in USA कॉइन बना रहेगा जिसमें ट्रेंड अभी भी सतर्कता का इशारा करता है, और क्रिसमस से पहले ये सपोर्ट टेस्ट काफी अहम है।
Litecoin (LTC)
Litecoin कुछ गिने-चुने Made in USA कॉइन्स में से है, जो क्रिसमस के दौरान रिलेटिव स्टेबिलिटी दिखा रहा है।
LTC इस हफ्ते करीब 1.5% ऊपर है, जो Made in USA कॉइन्स में एक अपवाद है। वहीं, पिछले एक महीने में यह लगभग 19% नीचे भी रहा है। यह मिला-जुला प्रदर्शन हाल के फंडामेंटल्स के मुताबिक है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंस्टीट्यूशन्स और फंड्स ने धीरे-धीरे करीब 3.7 मिलियन LTC जमा किए हैं, जबकि रिटेल इंटरेस्ट कम बनी रही।
यह जमा होना तुरंत अपवर्ड मूवमेंट में नहीं दिखा, लेकिन इसकी वजह से Litecoin बाकी कॉइन्स के मुकाबले गहरे गिरावट से बचा रहा। Made in USA प्रोजेक्ट्स के लिए, इस तरह की लगातार डिमांड छोटी-सी हाइप से ज्यादा मायने रखती है, खासकर साल के आखिरी महीनों में।
प्राइस चार्ट पर Litecoin एक इनवर्स हेड-एंड-शोल्डर्स पैटर्न बना रहा है, जो आमतौर पर बुलिश इंडिकेटर है। यह स्ट्रक्चर धीरे-धीरे सेलिंग प्रेशर के कम होने और फिर बायर्स के कंट्रोल में आने को दिखाता है। यह पैटर्न 9 दिसंबर को ब्रेकआउट की कोशिश के बाद फेल हो गया, जिससे प्राइस वापस कंसोलिडेशन में चली गई और रिवर्सल ट्रिगर नहीं हो पाया।
यह स्ट्रक्चर तब तक वैलिड रहेगा जब तक Litecoin $79.63 के ऊपर बना रहता है। अगर यह लेवल टूटता है, तो सेटअप कमजोर पड़ेगा और अपवर्ड ट्राय को डिले करेगा। वहीं, अगर प्राइस $74.72 से नीचे चला गया, तो पैटर्न पूरी तरह इनवैलिड हो जाएगा और आउटलुक फिर से बियरिश करंटिन्युएशन की ओर जाएगा।
कन्फर्मेशन के लिए, Litecoin को नेकलाइन के पास $87.08 के ऊपर एक क्लीन डेली क्लोज चाहिए। अगर यह ब्रेक मिलता है, तो पैटर्न फिर से एक्टिव हो जाएगा और पहले टारगेट के तौर पर $97.95 का रास्ता खुलेगा, जबकि फुल मेजर्ड टारगेट $101.69 होगा।
जब तक ऐसा नहीं होता, Litecoin एक US-बेस्ड प्रोजेक्ट (टोकन) के तौर पर एक डिसिजन प्वाइंट पर है, जहां लगातार इंस्टीट्यूशनल इंटरेस्ट तो है, लेकिन प्राइस एक्शन में अभी भी सतर्कता बनी हुई है, खासकर Christmas 2025 के आगे।