ब्लॉकचेन को स्केल करने और AI को डिसेंट्रलाइज करने की दौड़ में एक बड़ी चुनौती सामने आ रही है: कंप्यूट। चाहे वो zero-knowledge (ZK) प्रूफ जेनरेशन की बढ़ती लागत हो या AI inference के लिए अपारदर्शी इन्फ्रास्ट्रक्चर, डेवलपर्स आजकल सेंट्रलाइज्ड, महंगे और अक्सर असुलभ कंप्यूट पावर से जूझ रहे हैं।
इस चुनौती को खत्म करने की कोशिश कर रहा है Cysic, जो एक डिसेंट्रलाइज्ड कंप्यूट मार्केटप्लेस है और ZK प्रूफ्स व वेरिफाइड AI inference मुहैया करवाता है। आज इसका मेननेट अल्फा आधिकारिक तौर पर लॉन्च हुआ है, जिसमें 2,60,000 से ज्यादा नोड्स शामिल हो चुके हैं और Scroll, Succinct, व NetworkNoya इकोसिस्टम के साथ इंटीग्रेशन हो चुका है। इतनी जल्दी सफलता के साथ, टीम इसे उभरते ‘ComputeFi‘ युग के रूप में देखती है, जिसमें computation एक सत्यापित, ऑनचेन संसाधन बन जाता है।
यह विकास उस समय हो रहा है जब ब्लॉकचेन और AI सेक्टर दोनों तेजी से बदल रहे हैं। Ethereum का ZK-नेटिव आर्किटेक्चर की तरफ बढ़ना, मॉड्युलर स्टैक्स का उदय और AI एजेंट्स की संख्या बढ़ना—इन सबकी वजह से डिसेंट्रलाइज्ड कंप्यूट की डिमांड बहुत तेज़ी से बढ़ रही है। उदाहरण के लिए, zkSync जैसे प्रोजेक्ट, जिसने हाल ही में 150% की तेजी दिखाई नई ZK इन्फ्रास्ट्रक्चर और प्राइवेसी इंटीग्रेशन के चलते, यह दिखाते हैं कि इन्वेस्टर्स और डेवलपर्स दोनों की रुचि वेरिफायबल computation को सिर्फ फीचर नहीं, बल्कि फाउंडेशनल लेयर मान रही है।
हाल के ट्रेंड्स जैसे Proof-of-AI का उभरना, डिसेंट्रलाइज्ड GPU मार्केट्स और कंप्यूट टोकनाइजेशन, एक बड़े बदलाव की तरफ इशारा कर रहे हैं, जहां इन्फ्रास्ट्रक्चर लेयर अब वेरिफायबल और प्रोग्रामेबल बन रही है। AWS की हालिया डाउनटाइम जैसी घटनाओं ने सेंट्रलाइज्ड बैकएंड्स की कमजोरी उजागर कर दी है, जिससे अब मेकर्स ज्यादा भरोसेमंद, ट्रांसपेरेंट और डिसेंट्रलाइज्ड विकल्प तलाश रहे हैं।
क्यों Compute अब कोर infrastructure की बड़ी चिंता बन गया है
ब्लॉकचेन स्केलिंग और AI इंटीग्रेशन दोनों के कारण कंप्यूट की मांग तेज़ी से बढ़ रही है, लेकिन पारंपरिक इन्फ्रास्ट्रक्चर डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम्स की जरूरतें पूरी नहीं कर पा रहा है:
- ZK प्रूफ जेनरेशन: Zero‑knowledge प्रूफ्स कई स्केलिंग स्ट्रैटेजीज़ के लिए जरूरी हैं, जो प्राइवेसी और वेलिडेशन को इनेबल करते हैं बिना डेटा उजागर किए। लेकिन इन्हें जनरेट करने के लिए बहुत स्पेशलाइज्ड कंप्यूट की जरूरत होती है, जिसे अक्सर कुछ ही सेंट्रलाइज्ड प्रोवाइडर हैंडल करते हैं—इससे डिसेंट्रलाइजेशन कम हो जाती है और लागत बढ़ सकती है।
- AI वेरिफिकेशन: जैसे-जैसे AI मॉडल ऑनचेन वर्कफ्लो और ऑटोनोमस एजेंट्स में इंटीग्रेट हो रहे हैं, अब सिर्फ कंप्यूट आउटपुट ही नहीं, बल्कि वेरिफायबल रिजल्ट्स की जरूरत है, जिन्हें ऑडिट या वेरिफाई किया जा सके कि वो स्पेसिफाइड लॉजिक को फॉलो करते हैं या नहीं। पारंपरिक क्लाउड APIs परफॉर्मेंस तो देते हैं, लेकिन जब ब्लॉकचेन लॉजिक से जोड़ते हैं, तब उनमें नेटिव वेरिफायबिलिटी नहीं होती।
ये सभी प्रेशर एक बड़े बदलाव को दर्शाते हैं कि कैसे डेवलपर्स इन्फ्रास्ट्रक्चर के बारे में सोच रहे हैं: अब सिर्फ कंप्यूट एक्सीक्यूट करना काफी नहीं है, बल्कि एप्लिकेशंस को यह क्रिप्टोग्राफिक गारंटी भी चाहिए कि कैसे वो कंप्यूट हुआ है।
New Compute Economy में Cysic की भूमिका
Cysic का मेननेट अब लाइव है, जहां verifiable compute अब केवल एक सैद्धांतिक वादा नहीं, बल्कि क्रिप्टो इकोसिस्टम की आवश्यकता बन चुका है। अब नेटवर्क सेंट्रलाइज्ड सर्वर्स या ओपैक APIs पर निर्भर नहीं है, बल्कि Cysic का नेटवर्क ZK proving और AI inference जैसे टास्क्स को ग्लोबल नोड्स पर डिस्ट्रीब्यूट करता है – इसमें consumer GPUs से लेकर कस्टम ASIC hardware तक शामिल हैं – जिससे provable computation के लिए एक नया मार्केटप्लेस बनता है।
Mainnet लॉन्च से पहले ही, प्रोटोकॉल 1 करोड़ (10 मिलियन) से ज्यादा ZK proofs प्रोसेस कर चुका है, 2.6 लाख (260,000+) से अधिक नोड्स जोड़ चुका है, और टेस्ट फेज़ में 14 लाख (1.4 million) वॉलेट्स को अट्रैक्ट कर चुका है। अब यह Scroll, Succinct और Polygon CDK जैसे प्रोजेक्ट्स के साथ इंटीग्रेट करता है, जो real एडॉप्शन को दर्शाता है, ना कि केवल speculative hype को।
इस नेटवर्क का मकसद है स्केलेबल, वेरिफायबल कंप्यूट, कम कीमत पर देना। AI कॉन्टेक्स्ट में, NetworkNoya जैसे पार्टनर ने बताया कि Cysic की इंफ्रास्ट्रक्चर से 70% से ज्यादा स्पीड बूस्ट और 91% तक लागत में कमी आई है। ZK एनवायरनमेंट्स में, Succinct और Scroll जैसी टीम्स ने अपने लाइव वर्कलोड्स की एफिशियंसी सुधारने के लिए इसके prover नेटवर्क्स का इस्तेमाल किया है।
प्रोजेक्ट अपने अप्रोच को कंप्यूट को और अधिक provable, डिसेंट्रलाइज्ड और programmable बनाने की कोशिश मानता है।
डिसेंट्रलाइज्ड कंप्यूट अब इकोसिस्टम ट्रेंड, कोई अलग प्रयास नहीं
Cysic का लॉन्च वेब3 और डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम्स में एक बड़ी मूवमेंट का हिस्सा है। अलग-अलग प्रोजेक्ट्स के अप्रोच अलग हैं, लेकिन इनका मकसद एक ही है: सेंट्रलाइज्ड कंप्यूट प्रोवाइडर्स पर निर्भरता कम करना और ट्रस्टेबल, सबके लिए एक्सेसिबल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना।
उदाहरण के लिए:
- NodeGoAI जैसे डिसेंट्रलाइज्ड AI कंप्यूट नेटवर्क्स distributed एनवायरनमेंट्स में Idle hardware को AI tasks के लिए monetize करने के तरीके खोज रहे हैं।
- DePIN मूवमेंट द्वारा कैप्चर किए गए डिसेंट्रलाइज्ड रिसोर्स नेटवर्क्स का लक्ष्य है बड़े पैमाने पर कंप्यूट शेयरिंग को इंसेंटिवाइज करना — यह थीम और तेज़ हुई है, खासतौर पर AWS आउटेज जैसी घटनाओं के बाद, जिससे Web3 इंफ्रास्ट्रक्चर प्रभावित हुआ।
- डिसेंट्रलाइज्ड AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर चर्चा अब ये दिखाती है कि विश्वास, वेरिफिकेशन और ऑडिटेबिलिटी अब कोर कंसर्न बन चुकी हैं, सिर्फ रिसर्च के टॉपिक्स नहीं रह गए हैं।
इन्हीं इकोसिस्टम सिग्नल्स से साफ है कि डिसेंट्रलाइज्ड कंप्यूट सिर्फ कोई एक innovation नहीं बल्कि रियल वर्ल्ड लिमिटेशंस का सॉल्यूशन है – जहां कंप्यूट को प्रोवाइड, प्राइस और ट्रस्ट किया जाता है।
आगे का सफर: ZK, AI और उसके आगे
जहां Ethereum रोलअप्स एक नेचुरल एंट्री पॉइंट हैं, Cysic की एम्बिशन इससे कहीं आगे है। नेटवर्क वेरिफायबल AI inference सपोर्ट करने के लिए पहले से इस्तेमाल हो रहा है — यह फीचर स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और ऑटोनॉमस एजेंट्स को यह वेरिफाई करने में मदद करता है कि आउटपुट सटीक, ऑथराइज्ड मॉडल से ही आया है। यह बहुत जरूरी हो गया है क्यूंकि AI-जेनरेटेड कंटेंट काफी बढ़ गया है और उसकी ओरिजिन और प्रूफ की डिमांड भी।
Cysic, scientific computing वर्कलोड्स में भी टारगेट कर रहा है, जैसे genomics और climate simulations जहां reproducibility और ट्रांसपेरेंसी बहुत मायने रखती है। साथ ही, नेटवर्क ऐसे dual-purpose devices को भी सपोर्ट करता है, जैसे DogeBox1, जो माइनिंग और zero-knowledge proving के बीच real-time मार्केट कंडीशन्स के हिसाब से स्विच कर सकते हैं— इससे इंफ्रास्ट्रक्चर ओनर्स अपनी यील्ड को डाइनैमिक तरीके से ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं।
ये सभी use cases मिलकर बता रहे हैं कि कंप्यूटेशन अब सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है, बल्कि अब यह programmable, verifiable और liquid बनता जा रहा है— Cysic इसे ComputeFi economy का बैकबोन मानता है।