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Devconnect 2025: प्राइवेसी, स्टेबलकॉइन और इन्फ्रास्ट्रक्चर की अगली वेव

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Matej Prša

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Shilpa Lama

15 दिसंबर 2025 16:00 UTC
विश्वसनीय

Buenos Aires की एक अलग ही रिदम है। ये वह शहर है, जहां यूरोपीय भव्यता लैटिन अमेरिकी जोश से टकराती है। यहां आर्थिक सिद्धांत सिर्फ किताबों में पढ़ने वाली चीज़ नहीं, बल्कि रोज़ की जिंदगी में जुझने वाली जंग है। इसी वजह से, Devconnect 2025 की मेज़बानी के लिए इस मेट्रोपोलिस को चुना गया। अर्जेंटीना की पृष्ठभूमि, जो एक तरफ मॉनेटरी वोलटिलिटी और दूसरी तरफ जमीनी स्तर पर क्रिप्टोकरेंसी एडॉप्शन के लिए जाना जाता है, इस इंडस्ट्री के मेच्योर होने का परफेक्ट मंच बना।

अगर पिछला क्रिप्टो साइकिल शोर-शराबा, दिखावा और सट्टेबाज़ी के उजाले से भरा था, जो लास वेगास के कैसीनो फ्लोर जैसा एहसास देता था, तो Buenos Aires ने एकदम अलग, गंभीर माहौल पेश किया। यहां हवा में “ईज़ी मनी” या फर्ज़ी प्रॉडक्ट्स की खुशबू नहीं थी, बल्कि कॉफी और गंभीर इंजीनियरिंग की खुशबू थी। अब कहानी बदल चुकी है। अब हम सिर्फ बोर और अमीर लोगों के लिए खिलौने नहीं बना रहे, बल्कि उस वर्ल्ड का इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहे हैं, जिसमें हर जगह दरारें आ गई हैं।

इस बड़े बदलाव को समझने के लिए हमने इंडस्ट्री के कुछ चुनिंदा आर्किटेक्ट्स के इनसाइट्स लिए: Arthur Firstov (Mercuryo CBO), जिन्होंने प्राइवेसी के मुद्दे पर फोकस किया; Vivien Lin (BingX CPO), जिन्होंने ट्रेडिंग इकोसिस्टम में AI के इंटीग्रेशन को एक्सप्लेन किया; और Ivan Machena (8lends CCO), जिन्होंने लेयर-2 एडॉप्शन लैंडस्केप का जरूरी एनालिसिस दिया।

इन लीडर्स के साथ गहरी बातचीत के बाद एक साफ तस्वीर सामने आती है। हम एक नए युग में दाखिल हो रहे हैं। ये कहानी है कि कैसे प्राइवेसी अब जरूरत बन चुकी है, कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब फाइनेंशियल टेबल पर अपनी जगह बना रहा है, और कैसे ग्लोबल डाइवर्सिटी ने “आइडियल यूज़र” की सोच को तोड़ दिया।

Privacy का महत्व, सिर्फ फीचर नहीं, अब इकोसिस्टम की नींव

Buenos Aires का सबसे पॉवरफुल मैसेज न तो फायरवर्क्स में था, न ही किसी सेलिब्रिटी के प्रमोशन में। असल बात तो टेक्निकल वर्कशॉप्स और हैकर हाउसेस में आपसी बातों में गूंज रही थी। ये मैसेज सीधा है: ट्रांसपेरेंसी एक फीचर है, मगर पूरी एक्सपोजर एक खामी है।

Bangkok में पिछले इवेंट्स में प्राइवेसी सिर्फ एक “ट्रैक” थी, जिसे साइफरपंक्स और आइडियलिस्ट्स ही फॉलो करते थे। Buenos Aires में ये मेन इवेंट बन गया। पूरे सेक्टर ने महसूस किया कि बिना प्राइवेसी के सिर्फ मास एडॉप्शन नहीं, बल्कि मास सर्विलांस ही मिलेगा।

Arthur Firstov, Mercuryo के Chief Business Officer, ने इस नए नजरिए को बेहतरीन तरीके से समझाया। उन्होंने इवेंट के डॉमिनेंट रिसर्च एरिया का जिक्र करते हुए वहां के माहौल में बदलाव को इंडिकेट किया।

“प्राइवेसी सबसे अलग थीम थी,” Firstov ने ज़ोर देकर कहा, और आगे बोले:

“Bangkok के मुकाबले, जहां प्राइवेसी सिर्फ एक अहम ट्रैक थी, Buenos Aires ने इसे मेन स्टेज पर ला दिया।”

उनकी ये बात उस भावना से मेल खाती है जो पूरे कॉन्फ्रेंस के हर वेन्यू में दिखी। को-वर्किंग स्पेसेस और लेक्चर हॉल्स में एक लाइन दोहराई जाने लगी, जो Devconnect 2025 का अनऑफिशियल मोट्टो बन गया:

“अगर आपका वॉलेट डिजाइन से प्राइवेसी-प्रिजर्विंग नहीं है, तो वो लेगेसी है।”

ये कोई टेक्नोलॉजी का ट्रेंड नहीं, बल्कि उस दुनिया का जवाब है जो हर दिन और ज्यादा ट्रांसपेरेंट होती जा रही है, जहां फाइनेंशियल डेटा एक वेपन की तरह यूज़ हो रहा है। Firstov ने बताया कि ये टोन टॉप लीडरशिप ने सेट किया, जहां Vitalik Buterin ने अपने पर्सनल प्राइवेसी स्टैक का पूरा walkthrough शेयर किया, जिसमें OS, मोबाइल डिवाइसेज और प्राइवेट RPC सब था।

असल बदलाव इस बात में है कि अब ये टेक्नोलॉजी कैसे दी जा रही है। पहले ये सिर्फ चुनिंदा लोगों के लिए कमांड-लाइन इंटरफेस थी, अब यह सब कुछ इन्विज़िबल (अदृश्य) बनाने की कोशिश है।

Firstov कहते हैं:

“बिल्डर्स का फोकस स्टेल्थ एड्रेसेज, स्मार्ट AA [Account Abstraction] पैटर्न्स, सेलेक्टिव डिस्क्लोजर्स और ‘बेहतर डिफॉल्ट्स क्रिएट करने’ पर है ताकि यूजर्स को पता ही न चले कि सतह के नीचे कितनी जटिलता मैनेज हो रही है।”

यह “इनविज़िबिलिटी” ही असली लक्ष्य है। यूजर जीरो-नॉलेज प्रूफ नहीं समझना चाहता; वो बस इतना चाहता है कि उसका बैंक बैलेंस पब्लिक प्रॉपर्टी न हो।

प्राइवेसी के इस फोकस के साथ-साथ, Firstov ने DeFi में एक प्रैक्टिकल बदलाव देखा: “इंस्टेंट-फीलिंग स्टेबलकॉइन पेमेंट्स के लिए प्रीकन्फर्मेशन्स” और नए यील्ड ऑप्शन्स जो “साधारण, ‘मनी-मार्केट स्टाइल’ अनुभव देते हैं बिना पूरी तरह डीजेन हुए”। इंडस्ट्री 10,000% APY वाले पॉन्ज़ी स्कीम्स से हटकर बोरिंग, भरोसेमंद और प्राइवेट फाइनेंस की तरफ बढ़ रही है।

“Black Box” विवाद: किस पर करें भरोसा

हालांकि, हर क्रांति के भीतर भी अंतरविरोध होते हैं। जहां प्राइवेसी की ज़रूरत पर सभी एकमत थे, वहीं इसे पाने के तरीके को लेकर तकनीकी बहसें इस हफ्ते चरम पर रहीं। चर्चा का केंद्र था Trusted Execution Environments (TEEs), यानी हार्डवेयर-बेस्ड सिक्योर इंक्लेव्स।

क्या भविष्य की प्राइवेसी क्रिप्टोग्राफिक मैथ्स में है या सिलिकॉन मैन्युफैक्चरिंग में?

Firstov इस बहस को इवेंट की “सबसे अनएक्सपेक्टेड या विवादित तकनीकी बहस” बताते हैं। एक तरफ प्रैग्मैटिस्ट्स थे। उनके मुताबिक:

“एक ग्रुप ने तर्क दिया कि TEEs ‘हाई-थ्रूपुट, लो-लेटेंसी और प्राइवेट कम्प्यूटेशन’ के लिए प्रैक्टिकली ज़रूरी हैं, खासतौर पर प्राइवेट सेटलमेंट, डेरिवेटिव्स स्ट्रैटेजीज़ और एजेंट-बेस्ड एक्सीक्यूशन के लिए।”

यह दलील काफी मजबूत है: अगर हम ब्लॉकचेन पर वॉल स्ट्रीट जैसी स्पीड चाहते हैं, तो सिर्फ मैथ्स काफी नहीं रह सकता। हमें हार्डवेयर एक्सेलरेशन की जरूरत है।

लेकिन विरोध करने वाले भी उतने ही मुखर, प्रिंसिपल्ड और संदेहपूर्ण थे। Firstov उनके विचारों को बताते हैं: “अगर ट्रस्ट मॉडल बन गया ‘इस ब्लैक-बॉक्स सर्वर पर भरोसा करें’ तो क्रिप्टो, ट्रेडिशनल फाइनेंस से ज्यादा अच्छा नहीं हो रहा।”

अगर हमने सिर्फ बैंक के सर्वर की जगह Intel का SGX enclave रखा, तो क्या हमने सच में डिसेंट्रलाइजेशन किया?

इसी से एक अनसुलझा सवाल सामने आया, जो शायद आने वाले दशक की रिसर्च प्रायोरिटीज तय करेगा:

“दुनिया का कितना स्टेबलकॉइन और पेमेंट रेल्स हम ओपेक हार्डवेयर पर चलाने में सहज हैं… और इस संदर्भ में ‘ट्रस्ट-मिनिमाइज्ड इनफ’ का क्या मतलब है?”

Machines का बढ़ता दबदबा: AI बना नया फाइनेंशियल आर्किटेक्ट

जहां क्रिप्टोग्राफर हार्डवेयर ट्रस्ट पर बहस कर रहे थे, वहीं एक और बड़ी पावर चुपचाप क्रिप्टो स्टैक में शामिल हो रही थी: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)। Devconnect 2025 सिर्फ लेजर की बात नहीं थी; यहां डिसेंट्रलाइज्ड डाटाबेस और ऑटोनोमस ब्रेन के मेल पर चर्चा थी।

Vivien Lin, चीफ प्रॉडक्ट ऑफिसर और BingX Labs की हेड, सेंट्रलाइज्ड exchanges (CEXs) के फ्रंट लाइन से नजरिया लेकर आईं, जो बहुत जल्दी कहीं ज्यादा जटिल बन रहे हैं। उनके लिए, मुख्य थीम बहुत साफ थी।

Lin कहती हैं:

“मेरे लिए इस बार का मुख्य विषय यह था कि AI अब exchange इंफ्रास्ट्रक्चर में पूरी तरह से इंटीग्रेट हो रहा है, और अब exchanges सिर्फ ट्रेडिंग ऐप्लिकेशन नहीं, बल्कि पूरे फाइनेंशियल इकोसिस्टम बनते जा रहे हैं।”

वो एक ऐसे भविष्य की झलक देती हैं जहाँ AI, फाइनेंस की कनेक्टिव टिशू के रूप में काम करेगा।

“बिल्डर्स का फोकस इस पर था कि कैसे AI ट्रेडिंग, कस्टडी, पेमेंट्स, रिस्क मैनेजमेंट और यूज़र इंटेलिजेंस को एक सिंगल ‘सुपर ऐप’ एक्सपीरियंस में यूनिफाई कर सकता है।”

लेकिन जैसे प्राइवेसी सेक्टर में TEE डिबेट है, वैसे ही AI के इंटीग्रेशन के साथ अपनी सिक्योरिटी की उलझनें हैं। क्या आप अपनी लाइफ सेविंग्स किसी AI को सौंप सकते हैं? Lin बताती हैं कि “सिक्योर, वेरिफायबल सिस्टम्स की ओर ज़बरदस्त पुश है, जिसमें प्राइवेसी-प्रेज़र्विंग कंप्यूट और ऑन-चेन प्रूफ्स शामिल हैं, ताकि AI-ड्रिवन फीचर्स यूज़र डेटा या फंड सेफ्टी से समझौता न करें।”

लक्ष्य यही है कि ऐसे इकोसिस्टम बनाए जाएं जो “इंटेलिजेंट भी हों और पूरी तरह से सिक्योर भी, जिससे यूज़र्स को ज्यादा ऑटोमेशन और कॉन्टेक्स्ट मिले लेकिन भरोसा कभी न टूटे।” Lin के मुताबिक, सबसे दिलचस्प विवाद क्षमताओं का नहीं, बल्कि ऑटोनॉमी का था।

“सबसे बड़ा फ्रिक्शन पॉइंट यही था कि ट्रेडिंग एनवायरनमेंट्स में AI एजेंट्स के पास कितनी ऑटोनॉमी होनी चाहिए,” Lin बताती हैं। इस मुद्दे ने रूम को दो भागों में बांट दिया।

वो आगे कहती हैं:

“कुछ डेवेलपर्स का मानना था कि एजेंट्स को लिक्विडिटी मैनेज करनी चाहिए, पोर्टफोलियो को री-बैलेंस करना चाहिए, या बिना ह्यूमन ओवरसाइट के ऑर्डर प्लेस करने चाहिए। वहीं, कुछ ने चेताया कि अगर AI को एक्सीक्यूशन लेयर तक फुल एक्सेस मिल गया तो इससे सिस्टमेटिक रिस्क हो सकता है।”

मूल विवाद यही है- मार्केट्स में इंसानी दखल का क्या रोल रहे? “क्या AI ट्रेडर्स के लिए को-पायलट रहे या मार्केट स्ट्रक्चर में फुली ऑटोनॉमस पार्टिसिपेंट?” Buenos Aires में राय अब धीरे-धीरे ऑटोनॉमी की तरफ शिफ्ट हो रही थी, बशर्ते क्रिप्टोग्राफी की सुरक्षा मजबूत हो।

जियोग्राफी है डेस्टिनी: Global South से सीख

Devconnect 2025 की सबसे ट्रांसफॉर्मेटिव बात थी लोकेशन खुद। यह इवेंट Argentina में होस्ट करने से ग्लोबल डेवेलपर कम्युनिटी को ग्राउंड रियलिटी से रूबरू होना पड़ा। जहाँ Silicon Valley के डेवेलपर्स कोड के मिलीसेकंड्स ऑप्टिमाइज़ करने में लगे हैं, वहीं Buenos Aires के लोग अपनी मेहनत की वैल्यू को inflation से बचाने की जद्दोजहद में हैं।

Arthur Firstov ने नोट किया कि इस तरह की जबरदस्त विविधता ने बातचीत का रुख थ्योरी से प्रैक्टिकल सर्वाइवल टूल की ओर मोड़ दिया। “Devconnect ने बिलकुल अलग-अलग यूज़र प्रायोरिटीज़ को एक ही छत के नीचे ला दिया,” वो बताते हैं।

“Latin American टीम्स ने रोज़मर्रा के यूज़ केस जैसे ‘लो-कॉस्ट स्मार्टफोन पर वॉलेट्स’ और stablecoins में रेंट या सैलेरी पेमेंट्स’ को हाइलाइट किया,” Firstov नोट करते हैं। वो आगे जोड़ते हैं:

“इसके उलट, Asian और US की इंफ्रास्ट्रक्चर टीम्स ‘परपेटुअल फ्यूचर्स, राउटिंग, MEV, और लैटेंसी’ पर ही फोकस्ड रहीं।”

इन दो दुनियाओं के टकराव ने नई सोच को जन्म दिया। अब बातचीत सिर्फ “Transactions Per Second” (TPS) की रेस तक सीमित नहीं रही बल्कि यूएक्स और प्रैक्टिकल डिप्लॉयमेंट पर आई। Firstov बताते हैं अब असली सवाल ये हैं:

“कैसे स्मार्ट वॉलेट्स इतनी सिंप्लिसिटी दे सकें कि यूज़र को लगे वे कोई नॉर्मल फिनटेक ऐप यूज़ कर रहे हैं? कैसे हम ‘हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग फ्लो’ और ‘मंथली सैलेरी पेमेंट्स’ दोनों को बिना ट्रस्ट या सिक्योरिटी से समझौता किए सपोर्ट कर पाएं?”

सबसे बड़ा अहसास? “क्रिप्टो में कोई एक आदर्श यूज़र नहीं है।”

Vivien Lin भी यही बात कहती हैं, उन्होंने नोटिस किया कि Argentine लोगों की मौजूदगी ने कठिन तकनीकी बहसों को ज़मीन से जोड़ा।

“डेवलपर्स की डाइवर्सिटी, खासकर अर्जेंटीना से मजबूत भागीदारी, ने चर्चा को सिर्फ थ्योरिटिकल स्केलिंग से बाहर निकालकर असल एडॉप्शन चुनौतियों की ओर मोड़ा।”

Argentine बिल्डर्स पैसों की फिलॉसफी पर बात नहीं करना चाहते थे, वो तुरंत हल ढूंढना चाहते थे।

Lin बताती हैं:

“Argentine बिल्डर्स ने inflation, पूंजी नियंत्रण और वोलाटाइल इकॉनॉमी में तेजी से और भरोसेमंद सेट्लमेंट सिस्टम्स की जरूरत जैसे मुद्दों को उठाया।”

इससे एक exchange की जिम्मेदारी का दायरा बड़ा हो गया, जिससे “AI-पावर्ड इकोसिस्टम की मांग बढ़ी जो लोकल परेशानी और बड़ी चुनौतियों जैसे compliance fragmentation, क्रॉस-बॉर्डर liquidity और मोबाइल-फर्स्ट onboarding को एड्रेस कर सके।”

असल में क्या बन रहा है? हाइप नहीं, Infrastructure की बात

फिलॉसफिकल और जियोग्राफिकल बातों से हटकर असल सवाल है: बिल्डर्स असल में कहां कोड डेप्लॉय कर रहे हैं?

Ivan Machena, Chief Communication Officer, 8lends में, इंडस्ट्री की सच्ची तस्वीर देते हैं। अब “ghost chains”, यानी ऐसे ब्लॉकचेन जिनकी मार्केट वैल्यू तो ज्यादा है लेकिन यूज़र नहीं, उनका दौर खत्म हो रहा है। अब फोकस ऐसे इकोसिस्टम्स पर है जो असल प्रोडक्ट्स को सपोर्ट करते हैं।

“Devconnect के इर्द-गिर्द चल रही इंडस्ट्री बातचीत को देखूं तो,” Machena कहते हैं, “कई layer-2 और application-layer प्रोजेक्ट्स बिल्डर्स का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।”

कंज्यूमर साइड पर, Machena Base की चर्चा करते हैं। इसे अकसर “तेज़ ग्रोथ और स्मूथ ऑनबोर्डिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर” के लिए सराहा जा रहा है, जिससे यह रिटेल यूज़र्स का गेटवे बन गया है। DeFi सेक्टर में, Arbitrum को इसकी mature इकोसिस्टम और composability के लिए “पसंदीदा चॉइस” माना जाता है, जबकि Polygon उन टीम्स के लिए जरूरी है जो बैलेंस चाहती हैं।

हालांकि, Machena नोट करते हैं कि टेक्निकल रूप से बेहतर समाधानों की ओर माइग्रेशन हो रहा है।

“अब zj-based solutions जैसे zkSync और StarkNet पर भी काफी ध्यान जा रहा है, खासकर उन टीम्स की तरफ से जो टेक्निकली ज्यादा demanding या लॉन्ग-टर्म प्रोडक्ट्स बना रही हैं। ट्रेंड साफ है: Devconnect पर चर्चा ऐसे L2s को लेकर हो रही है, जो पहले से असल प्रोडक्ट्स को सपोर्ट कर रहे हैं, न कि सिर्फ एक्सपेरिमेंट के लिए बनाए गए कॉन्सेप्ट्स।”

Arthur Firstov इस एडॉप्शन मैप में एक और एंगल जोड़ते हैं, जिन्होंने प्राइवेसी और “agent-native” सेक्टर को अहम बताया है। वे Aztec को “privacy-first एनवायरमेंट” मानते हैं जहां प्रोडक्ट्स “बाय डिफॉल्ट प्राइवेट, और जरूरत पड़ने पर ही ट्रांसपेरेंट” हो सकते हैं।

सबसे जरूरी बात, Firstov Privacy Pools को उस पुल के तौर पर देखते हैं जो cypherpunk सोच और इंस्टिट्यूशनल रियलिटी को जोड़ता है। यह एक “compliance-aware solution… यानि एक प्रैक्टिकल जवाब है उस सवाल का कि प्राइवेसी क्या होती है, जब रेग्युलेटर्स और गंभीर पूंजी को भी उसमें कम्फर्टेबल रहना हो।”

इसके अलावा, अब फिजिकल दुनिया भी ऑन-चेन आ रही है। Firstov के मुताबिक, टीम्स DePIN (Decentralized Physical Infrastructure Networks) स्टाइल की स्टोरेज और कंप्यूट सर्विसेज बना रही हैं, जिनके लिए stablecoins में पेमेंट किया जाता है, “क्रिप्टो को पारंपरिक क्लाउड APIs जैसा फील कराने” का लक्ष्य है।

Outlook 2026: Casino से Cathedral तक

जैसे ही Devconnect 2025 के अटेंडीज़ Buenos Aires से अपने-अपने देशों की तरफ रवाना हुए, माहौल बिल्कुल अलग था। इंडस्ट्री अब mature हो रही है। इस इवेंट का कल्चरल एथोस—छोटे, टेक्निकल, कम्युनिटी-ड्रिवन सेशन, बड़े मार्केटिंग इवेंट्स के बजाय—आने वाले साल के नैरेटिव को डिसाइड कर रहा है।

Arthur Firstov के मुताबिक, अब क्रिप्टो स्टोरी को बताने का तरीका बेसिकली बदलने वाला है:

“2026 के नैरेटिव इसी बदलाव को दिखाएंगे—‘इन्फ्रास्ट्रक्चर स्टोरी, कसीनो स्टोरी की जगह’, ‘stablecoins अब क्रिप्टो का फ्रंट एंड होंगे’, और प्राइवेसी अब जरूरी शर्त बन जाएगी।”

यह एक ऐसी दुनिया की झलक है, जिसमें क्रिप्टो अब जुए का नाम नहीं रहेगा, बल्कि ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम की इनविजिबल और मजबूत नींव बनेगा। अब सवाल सिर्फ टोकन की प्राइस का नहीं है। Firstov के अनुसार, असली सवाल है: “कौन सी Web2–Web3 इंटीग्रेशन्स वाकई में लॉन्च होंगी और असली यूज़र्स का ध्यान आकर्षित करेंगी?”

Vivien Lin भी सहमत हैं, वे फ्यूचर को इंटरकनेक्टेड इकोसिस्टम्स में देखती हैं, न कि अलग-थलग वॉल्ड गार्डन्स में।

“इस इवेंट ने यह सोच और मजबूत की कि क्रिप्टो ट्रेडिंग का फ्यूचर इकोसिस्टम-फर्स्ट होगा। यही माइंडसेट इंडस्ट्री को इंटरऑपरेबल, AI से पॉवर्ड ट्रेडिंग इकोसिस्टम्स की ओर ले जा रहा है, जहां लिक्विडिटी, आइडेंटिटी, execution और strategy automation, सब 2026 तक और ज्यादा unified हो जाएंगे।”

Buenos Aires का यह इवेंट, क्रिप्टो की आत्मा के लिए एक स्ट्रेस टेस्ट था। इंडस्ट्री ने पास किया, क्योंकि इन्होंने आसान जवाब देने के बजाय, सही और कठिन सवाल पूछे। अब हमारे पास कम भ्रम हैं, लेकिन बेहतर टूल्स हैं। “कैसीनो स्टोरी” खत्म हो गई है; “इन्फ्रास्ट्रक्चर स्टोरी” शुरू हो चुकी है। और पहली बार, ऐसा लग रहा है कि हम कुछ स्थाई बना रहे हैं।

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