Ethereum हाल की क्रिप्टो मार्केट सेल-ऑफ़ में सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाले बड़े एसेट्स में से एक रहा है। पिछले 24 घंटों में ETH प्राइस 6% से ज्यादा गिर गया है और हफ्तेभर में ये गिरावट लगभग 9% तक पहुंच गई है। इसके पीछे ग्लोबल मैक्रो दबाव और लिक्विडेशन का असर है।
इस कमजोर माहौल के बीच, एक नए इंस्टिट्यूशनल हेडलाइन ने फिर से Ethereum की बेसिक्स पर ध्यान खींचा है। JPMorgan ने अपना पहला टोकनाइज्ड मनी मार्केट फंड Ethereum पर लॉन्च करने की घोषणा की है, जिसे $100 मिलियन के शुरुआती इन्वेस्टमेंट के साथ शुरू किया गया है। अब ये सवाल है कि क्या ये कदम ETH प्राइस को स्टेबल करने और रिबाउंड में मदद करेगा, या फिर टेक्निकल प्रेशर मार्केट को और नीचे ले जाएगा।
JPMorgan के Tokenized Fund से लॉन्ग-टर्म सपोर्ट बढ़ा, लेकिन चार्ट अब टेस्ट में
JPMorgan का ये कदम Ethereum की भूमिका को इंस्टिट्यूशनल सेटलमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर के रूप में और मजबूत करता है। बैंक अपने डिजिटल एसेट प्लेटफॉर्म के जरिए Ethereum पर MONY नाम का टोकनाइज्ड मनी मार्केट फंड लॉन्च कर रहा है, जिसमें शुरुआत में $100 मिलियन का निवेश किया गया है और बाद में इसे बाहरी इन्वेस्टर्स के लिए खोला जाएगा।
लॉन्ग-टर्म नजरिए से देखा जाए तो यह कदम Ethereum की credibility को ट्रेडिशनल फाइनेंस के बीच मजबूत बनाता है। लेकिन शॉर्ट-टर्म में ETH की प्राइस पर दबाव बरकरार है। डेली चार्ट पर Ethereum एक बियरिश EMA क्रॉसओवर के पास है, जहां 100-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज 200-डे EMA से नीचे जाने की कगार पर है।
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EMA एक ट्रेंड इंडिकेटर है जो प्राइस में बदलाव पर तेजी से रिएक्ट करता है। जब फास्टर EMA स्लोअर EMA के नीचे चला जाता है, तो यह आमतौर पर कमजोर होती मोमेंटम को इंडीकेट करता है।
इस सेटअप का मतलब है कि पॉजिटिव हेडलाइंस भी तब तक कोई बड़ा रिबाउंड नहीं ला सकती, जब तक Ethereum की प्राइस अहम रेजिस्टेंस लेवल्स को क्लियर न कर ले। साथ ही, EMA क्रॉसओवर और ETH प्राइस का $2,910 सपोर्ट होल्ड न कर पाना टेक्निकल कमजोरी को दिखाता है।
अगर सपोर्ट बना रहा तो ऑन-चेन सिग्नल्स रीबाउंड का संकेत
चार्ट भले ही कमजोर दिख रहा हो, लेकिन ऑन-चेन डेटा एक शर्तिया रिबाउंड सीनियो पेश करता है। Ethereum addresses में से प्रॉफिट में रहने वालों का प्रतिशत 10 दिसंबर के बाद से काफी गिरा है, साथ ही इसमें 11% की प्राइस ड्रॉप भी आई है। यह मेट्रिक अब दिसंबर की शुरुआत के बाद से सबसे निचले स्तर पर है।
पहले भी ऐसे मौके आए हैं जब इसी तरह के लोकल लो के समय शॉर्ट-टर्म रिबाउंड देखने को मिले हैं। 1 दिसंबर को, इस मीट्रिक में गिरावट के बाद Ethereum प्राइस लगभग $2,800 से बढ़कर $3,190 हो गई, यानी करीब 14% की तेजी आई। इसी तरह, 5 दिसंबर को लोकल लो बनने के बाद भी ETH प्राइस में लगभग 10% की बढ़ोतरी हुई थी।
ये जरूरी नहीं है कि हर बार बाउंस आए, लेकिन यह जरूर दिखाता है कि ETH बेचने वालों का दबाव उन्हीं इलाकों तक पहुंच गया है, जहां पहले खरीदारों ने दखल देकर प्राइस को सपोर्ट दिया था। बशर्ते कि, टेक्निकल चार्ट के मुताबिक, $2,910 का सपोर्ट लेवल कायम रहे।
Ethereum (ETH) के वो प्राइस लेवल्स जो रिबाउंड या ब्रेकडाउन तय करेंगे
Ethereum अभी $2,910 के पास एक अहम सपोर्ट स्तर का टेस्ट कर रहा है। अगर ETH इस लेवल के नीचे डेली क्लोज देता है, तो रिबाउंड की सेटअप कमजोर हो जाएगी और प्राइस नीचे गिरकर $2,710 तक जा सकता है। अगर मार्केट में और ज्यादा दबाव आया, तो अगला सपोर्ट $2,620 पर मिलेगा।
रिबाउंड के लिए जरूरी है कि ETH दोबारा $3,240 हासिल करे। अगर डेली क्लोज $3,240 से ऊपर होती है, तो डाउनसाइड प्रेशर कम होगा और आगे $3,440 तक का रास्ता खुल जाएगा। जब तक ऐसा नहीं होता, ऊपर की ओर कोई भी मूवमेंट सिर्फ करेक्शन माना जाएगा, ना कि ट्रेंड कन्फर्मेशन।
Ethereum इस समय लॉन्ग-टर्म इंस्टीट्यूशनल पॉजिटिविटी और शॉर्ट-टर्म टेक्निकल कमजोरी के बीच फंसा हुआ है। आगे Ethereum प्राइस इन अहम लेवल्स पर किस तरह व्यवहार करती है, इसी से तय होगा कि JPMorgan की न्यूज से ETH मार्केट में रिबाउंड आएगा या फिर ब्रेकडाउन देखने को मिलेगा।