डिजिटल एसेट मैनेजर Grayscale ने अपना 2026 आउटलुक जारी किया है, जिसमें उसने 10 प्रमुख क्रिप्टो इन्वेस्टिंग थीम्स हाइलाइट की हैं जो डिजिटल एसेट मार्केट्स को आकार देंगी।
रिपोर्ट में क्वांटम कंप्यूटिंग और डिजिटल एसेट ट्रेजरीज़ (DATs) को 2026 में मार्केट मूवमेंट्स के लिए नॉन-ड्राइवर भी बताया गया है।
Grayscale के क्रिप्टो इन्वेस्टिंग थीम्स 2026 के लिए
Grayscale की 2026 Digital Asset Outlook रिपोर्ट आने वाले समय को क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए “Institutional Era का डॉन” मानती है। कंपनी का कहना है कि डिजिटल एसेट इन्वेस्टिंग में स्ट्रक्चरल बदलाव 2026 में तेज़ी लाएंगे, जिसकी वजह मैक्रो डिमांड, alternative स्टोर्स ऑफ वैल्यू और बेहतर रेग्युलेटरी क्लैरिटी रहेगी।
Grayscale के मुताबिक, ये ट्रेंड्स नया कैपिटल अट्रैक्ट कर सकते हैं, एडॉप्शन को बढ़ावा देंगे, खासकर एडवाइज्ड वेल्थ और इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के बीच, और इसके साथ ही पब्लिक ब्लॉकचेन्स फाइनेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर में और अच्छे से इंटीग्रेट हो पाएंगे।
“अब क्रिप्टो में ज़्यादातर इन्वेस्टमेंट इंस्टीट्यूशनल कैपिटल इनफ्लो के ज़रिए हो रही है, जिससे प्राइस परफॉर्मेंस का नेचर बदल गया है। हर पिछले बुल मार्केट में, Bitcoin प्राइस एक साल में कम-से-कम 1,000% तक बढ़ा है। लेकिन इस बार, मार्च 2024 तक, मैक्सिमम ईयर-ओवर-ईयर प्राइस इनक्रीज़ 240% ही रही। हमारा मानना है कि इंस्टिट्यूशनल बायिंग की वजह से ये डिफरेंस आया है, जबकि पहले रिटेल मोमेंटम ज्यादा था,” रिपोर्ट में कहा गया है।
Grayscale ने 2026 के लिए दस इन्वेस्टमेंट थीम्स पहचानी हैं और यह भी बताया कि कौन-कौन से क्रिप्टो एसेट्स इन मार्केट ट्रेंड्स से सबसे ज्यादा फायदा उठा सकते हैं।
1. USD की वैल्यू गिरने का खतरा, अल्टरनेटिव एसेट्स की डिमांड बढ़ी
पहली थीम है $ डिबेसमेंट का रिस्क, जिसमें Bitcoin (BTC), Ethereum (ETH) और Zcash (ZEC) इंवेस्टर्स के लिए प्राइमरी अल्टरनेटिव्स बनते हैं जो फिएट करेंसी से जुड़े रिस्क से बचाव चाहते हैं।
Grayscale ने नोट किया कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था तेज़ी से बढ़ते कर्ज़ के स्तर का सामना कर रही है, जिससे लॉन्ग-टर्म में $ की वैल्यू पर दबाव पड़ सकता है। कंपनी के अनुसार, सिर्फ कुछ लिमिटेड डिजिटल एसेट्स को ही भरोसेमंद वैल्यू स्टोर माना जा सकता है, क्योंकि उनकी एडॉप्शन ज्यादा है, डिसेंट्रलाइजेशन हाई है और सप्लाई लिमिटेड है।
“इसमें Bitcoin और Ether, जो मार्केट कैप के हिसाब से सबसे बड़े क्रिप्टो एसेट्स हैं, शामिल हैं… Bitcoin की सप्लाई 21 मिलियन कॉइन्स पर कैप्ड है और ये पूरी तरह प्रोग्रामेटिक है… Zcash, जो एक छोटा डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल करंसी है और प्राइवेसी फीचर्स के साथ आती है, वो भी $ डिबेसमेंट से प्रोटेक्शन के लिए पोर्टफोलियो में शामिल हो सकती है,” कंपनी ने बताया।
2. साफ रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क्स से पूरे इकोसिस्टम की ग्रोथ को सपोर्ट
Grayscale ने रेग्युलेटरी क्लैरिटी को एक मुख्य ड्राइवर बताया है, जिससे डिजिटल एसेट इकोसिस्टम में ज्यादा लोग जुड़ सकेंगे। रिपोर्ट में कहा गया कि क्लियर रूल्स से डिजिटल एसेट मार्केट्स में बड़ी संख्या में पब्लिक पार्टिसिपेशन बढ़ेगा, जिससे अलग-अलग सेक्टर्स को फायदा मिल सकता है, न कि सिर्फ एक एसेट क्लास को।
“अगले साल हमें उम्मीद है कि द्विदलीय मार्केट स्ट्रक्चर कानून पास होने से एक और बड़ा कदम आगे बढ़ेगा… क्योंकि रेग्युलेटरी स्पष्टता का 2026 में क्रिप्टो एसेट क्लास को आगे ले जाने में बहुत अहम रोल हो सकता है, इसलिए अगर कांग्रेस में द्विदलीय प्रक्रिया बिगड़ती है तो उसे एक डाउनसाइड रिस्क के तौर पर देखना चाहिए,” Grayscale ने जोड़ा।
ऑन-चेन फाइनेंस में stablecoins की अहमियत बढ़ी
Stablecoin ग्रोथ एक और बड़ा ट्रेंड बनकर उभर रहा है, खासकर जब से President Donald Trump ने GENIUS Act साइन किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2026 में इस बदलाव के कुछ प्रैक्टिकल नतीजे सामने आ सकते हैं, जैसे की: stablecoins का क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट सर्विसेज में इंटीग्रेशन, derivatives exchanges पर कोलेटरल के रूप में इस्तेमाल, और कॉर्पोरेट बैलेंस शीट्स पर बढ़ती एडॉप्शन।
Grayscale ने यह भी बताया कि online consumer payments में credit cards के विकल्प के रूप में stablecoins का इस्तेमाल बढ़ सकता है। फर्म ने कहा कि prediction markets की continued ग्रोथ से भी stablecoins की डिमांड बढ़ सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक़,
“जितना ज्यादा stablecoin वॉल्यूम होगा, उतना फायदा उन blockchains को मिलेगा जो इन ट्रांजेक्शन्स को रिकॉर्ड करते हैं (जैसे ETH, TRX, BNB, और SOL सहित कई और), साथ ही उन सपोर्टिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर (जैसे LINK) और DeFi एप्लिकेशन को भी।”
Asset Tokenization अब ग्रोथ फेज में
रिपोर्ट में real world asset टोकनाइज़ेशन को डिजिटल एसेट मार्केट्स में एक और इंपॉर्टेंट एरिया बताया गया है। Grayscale ने माना कि आज ये सेक्टर छोटा है, लेकिन लगातार इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और रेग्युलेटरी प्रोग्रेस से लॉन्ग-टर्म में इसका जबरदस्त एक्सपेंशन हो सकता है।
“2030 तक अगर टोकनाइज़्ड एसेट्स ~1,000x ग्रोथ कर जाएं, तो हमें हैरानी नहीं होगी,” टीम ने कहा।
फर्म का मानना है कि Ethereum, Solana, Avalanche, और BNB Chain जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट प्लेटफॉर्म्स, साथ ही Chainlink जैसे interoperability providers, टोकनाइजेशन एडॉप्शन के साथ वैल्यू कैप्चर करने के लिए बेहतर पोजिशन में हैं।
Privacy solutions अब ज़रूरी जरूरत बन गई हैं
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि प्राइवेसी फोकस्ड टेक्नोलॉजीज अब फाइनेंस की बड़ी एडॉप्शन के लिए ज्यादा मायने रखती हैं। Zcash, Aztec और Railgun जैसे प्रोजेक्ट्स को प्राइवेसी में बढ़ती इन्वेस्टर इंटरेस्ट का फायदा मिल सकता है।
“हम आने वाले समय में Ethereum (ERC-7984 के साथ) और Solana (Confidential Transfers टोकन एक्सटेंशन के साथ) जैसे लीडिंग स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट प्लेटफॉर्म्स पर कॉंफिडेंशियल ट्रांजेक्शंस की एडॉप्शन बढ़ती देख सकते हैं। बेहतर प्राइवेसी टूल्स के साथ DeFi के लिए आइडेंटिटी और कंप्लायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर में भी सुधार जरूरी होगा,” Grayscale ने लिखा।
6. Blockchain से AI के सेंट्रलाइजेशन रिस्क कम होते हैं
ब्लॉकचेन की भूमिका आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की सेंट्रलाइजेशन को कम करने में महत्वपूर्ण है। यह छठा थीम है। जैसे-जैसे AI डिवेलपमेंट सेंट्रलाइज हो रहा है, वैसे-वैसे Bittensor, Story Protocol, Near और Worldcoin जैसे डिसेंट्रलाइज्ड नेटवर्क्स सुरक्षित और वेरिफायबल कंप्यूटिंग और डेटा मैनेजमेंट के लिए विकल्प दे रहे हैं।
7. DeFi एक्टिविटी में तेजी, लेंडिंग बनी बड़ा जरिया
सातवां थीम डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) में तेजी से बढ़ती एक्टिविटी पर केंद्रित है। इस साल, DeFi एप्लिकेशन्स में मोमेंटम बढ़ा है।
इसके अलावा, लेंडिंग प्रोटोकॉल्स जैसे Aave, Morpho और Maple Finance ने भी शानदार ग्रोथ देखी है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि डिसेंट्रलाइज्ड परपैचुअल फ्यूचर्स एक्सचेंजेस, जैसे Hyperliquid पर भी एक्टिविटी बढ़ी है।
“इन प्लेटफॉर्म्स के बीच बढ़ती लिक्विडिटी, इंटरऑपरेबिलिटी और रियल-वर्ल्ड प्राइस कनेक्शंस DeFi को उन यूज़र्स के लिए भरोसेमंद विकल्प बनाते हैं, जो फाइनेंस सीधे ऑन-चेन करना चाहते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि कोर DeFi प्रोटोकॉल्स को इसका फायदा होगा — इसमें लेंडिंग प्लेटफॉर्म्स जैसे AAVE, डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजेस जैसे UNI और HYPE, और उनसे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे LINK शामिल हैं — साथ ही वे ब्लॉकचेन भी, जो ज्यादातर DeFi एक्टिविटी को सपोर्ट करते हैं (जैसे, ETH, SOL, BASE),” Grayscale ने भविष्यवाणी की।
8. नई जनरेशन Blockchain Infrastructure अब बड़े लेवल पर एडॉप्शन के लिए तैयार
रिपोर्ट में यह भी चर्चा की गई है कि नए ब्लॉकचेन नेटवर्क्स के साथ लगातार एक्सपेरिमेंट हो रहा है, जो स्केलेबिलिटी, परफॉरमेंस और यूज़र एक्सपीरियंस को बेहतर करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। कंपनी के अनुसार,
“आज की सभी हाई-परफॉरमेंस चेन एक जैसी प्राइस trajectory फॉलो नहीं करेंगी, लेकिन हम मानते हैं कि कुछ जरूर करेंगी। बेहतर टेक्नोलॉजी एडॉप्शन की गारंटी नहीं देती, लेकिन इन नेक्स्ट-जनरेशन नेटवर्क्स की आर्किटेक्चर उन्हें खास तौर से ऐसे नए एरिया के लिए उपयुक्त बनाती है, जैसे AI माइक्रोपेमेंट्स, रियल-टाइम गेमिंग लूप्स, हाई-फ्रिक्वेंसी ऑन-चेन ट्रेडिंग और इंटेंट-बेस्ड सिस्टम्स,”
Grayscale ने Sui, Monad, MegaETH और Near जैसे प्रोजेक्ट्स का उदाहरण दिया है, जो नेटवर्क्स यूज़र की दिलचस्पी बढ़ा सकते हैं।
9. Investors का फोकस sustainable revenue पर
एसेट मैनेजर का मानना है कि इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स, ब्लॉकचेन और एप्लिकेशन को देखते हुए ऑन-चेन रेवन्यू और फीस जनरेशन पर भी ध्यान दे सकते हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सबसे ज्यादा रेवन्यू वाले स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट प्लेटफॉर्म्स में Tron, Ethereum, Solana और BNB शामिल हैं। इसके अलावा, एप्लिकेशन-लेयर एसेट्स में HYPE और PUMP को भी हाई रेवन्यू वाली लिस्ट में रखा गया है।
10. इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स में डिफॉल्ट फीचर बनता जा रहा है staking
दसवाँ थीम स्टेकिंग पर केंद्रित है। Grayscale ने नोट किया है कि स्टेकिंग से जुड़े रेग्युलेटरी क्लैरिटी मिलना लिक्विड स्टेकिंग प्रोवाइडर्स जैसे Lido और Jito के लिए फायदेमंद हो सकता है।
“कुल मिलाकर, ये बात कि क्रिप्टो ETPs भी स्टेकिंग कर सकते हैं, संभव है कि यह प्रूफ ऑफ स्टेक टोकन्स में इन्वेस्टमेंट होल्डिंग का डिफॉल्ट स्ट्रक्चर बन जाए, जिससे स्टेक रेशियो ज्यादा होगा और रिवॉर्ड रेट्स पर दबाव आएगा,” कंपनी ने कहा।
Grayscale को 2026 में Quantum Computing से क्रिप्टो प्राइस पर असर नहीं दिख रहा
जहाँ Grayscale को उम्मीद है कि हर इन्वेस्टमेंट थीम 2026 में क्रिप्टोकरेन्सी मार्केट की गतिविधियों को प्रभावित करेगी, वहीं कंपनी ने दो ऐसे टॉपिक भी बताए हैं जिनका मार्केट पर कोई खास असर नहीं होगा। इनमें संभावित क्रिप्टोग्राफिक कमजोरियाँ, जो कि क्वांटम कंप्यूटिंग से जुड़ी हैं, और डिजिटल एसेट ट्रेजरी (DATs) का विकास शामिल है।
“हमारे अनुसार क्वांटम रिस्क और कम्युनिटी की तैयारियों पर रिसर्च 2026 में तेज़ होगी, लेकिन यह थीम प्राइस को खास बदलाव नहीं देगी। यही DATs के लिए भी लागू होता है। ये सिस्टम क्रिप्टो इन्वेस्टिंग के इकोसिस्टम का स्थायी हिस्सा बन जाएंगे, लेकिन 2026 में टोकन डिमांड में बड़ी बढ़ोतरी या सेलिंग प्रेशर की वजह बनने की संभावना कम है,” ऐसा एसेट मैनेजर ने बताया।
इस तरह Grayscale की 2026 आउटलुक दिखाती है कि क्रिप्टोकरेन्सी मार्केट एक ज़्यादा संस्थागत स्तर की ओर बढ़ रही है, जिसमें एडॉप्शन, रेग्युलेशन और सस्टेनेबल रेवेन्यू मॉडल्स प्रदर्शन को लगातार आकार दे रहे हैं।