Cardano का Midnight (NIGHT) टोकन मजबूत शुरुआत के बाद अब एकतरफा मोमेंटम खो चुका है। NIGHT प्राइस अभी भी अपनी लॉन्च के बाद के लो से लगभग 300% ऊपर है। पिछले सात दिनों में भी यह लगभग 70% तक ऊपर बना हुआ है। लेकिन अब सेंटिमेंट तेजी से बदल गया है।
पिछले 24 घंटों में ही NIGHT प्राइस लगभग 10% गिर चुका है, और फिलहाल यह करीब $0.095 पर ट्रेड कर रहा है।
यह गिरावट इसलिए मायने रखती है क्योंकि इसके पीछे मिले-जुले सिग्नल्स नज़र आ रहे हैं। कुछ डाटा पॉइंट्स दिखा रहे हैं कि बड़े प्लेयर्स द्वारा टोकन की जमा जारी है।
वहीं दूसरी तरफ, कुछ संकेत मिल रहे हैं कि बिकवाली का दबाव बढ़ रहा है, खासतौर पर एक्चेंज में inflows बढ़ने से जो संभवतः airdrop से जुड़े हैं। जैसे-जैसे जनवरी 2026 नजदीक आएगी, अगला कदम उत्साह से नहीं बल्कि इस पर निर्भर करेगा कि क्या बड़ी पूंजी निवेश में बनी रहती है।
बड़े वॉलेट्स Midnight जमा कर रहे हैं, लेकिन exchange सप्लाई बढ़ रही है
ऑन-चेन होल्डर डाटा से बिहेवियर की स्पष्ट डिवाइड दिखती है।
NIGHT के लिए एक्चेंज बैलेंस पिछले 24 घंटों में तेज़ी से बढ़े हैं। एक्चेंज होल्डिंग्स 17.97% बढ़ी हैं, जिससे कुल एक्चेंज बैलेंस लगभग 166.14 मिलियन NIGHT टोकन तक पहुंच गया है। इस तेजी से बढ़ोतरी का सीधा मतलब है कि सेलिंग एक्टिविटी बढ़ी है।
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Midnight का हाल ही में हुआ airdrop और tranche-based distribution देखते हुए, इस फ्लो का बड़ा हिस्सा शुरुआती रिसीवर्स हो सकते हैं जो प्रॉफिट लेने के लिए टोकन को एक्सचेंज पर ट्रांसफर कर रहे हैं।
साथ ही, मेगा whales इसका उल्टा कर रहे हैं।
टॉप 100 एड्रेस ने पिछले 24 घंटों में अपनी होल्डिंग्स में 1.52% की बढ़ोतरी की है, जबकि प्राइस नीचे गया है। यानी रेड डे के बावजूद लगभग 3.6 मिलियन NIGHT टोकन्स और जोड़ लिए गए हैं।
पिछले सात दिनों में भी इन ही मेगा व्हेल्स ने अपनी होल्डिंग्स में 5.6% से ज्यादा की बढ़ोतरी की है। ये गिरावट और स्ट्रेंथ दोनों पर लगातार खरीदी कर रहे हैं, जबकि प्राइस करीब 70% चढ़ा है।
यह अंतर मायने रखता है। एक्सचेंज में इनफ्लो आम तौर पर शॉर्ट-टर्म सेलिंग प्रेशर को दिखाता है, जो अक्सर रिटेल इन्वेस्टर्स के कारण होता है। वहीं, मेगा व्हेल्स की खरीदारी लॉन्ग-टर्म पोजीशनिंग को बताती है।
जनवरी 2026 के लिए, इन दोनों फैक्टर्स का बैलेंस होना हेडलाइन प्राइस मूव्स से ज्यादा जरूरी रहेगा।
कैपिटल फ्लो और मोमेंटम दिखाते हैं कि बिग मनी अब भी सबसे अहम है
व्हेल डेटा अकेले ही सब कुछ नहीं बताता। यह केपिटल फ्लो और मोमेंटम इंडिकेटर्स के साथ भी मेल खाता है, जैसा चार्ट पर दिख रहा है।
शुरुआत करते हैं On-Balance Volume (OBV) से। OBV से पता चलता है कि वॉल्यूम किसी असेट में आ रहा है या जा रहा है। 4-घंटे की चार्ट पर, OBV ने पिछले 24 घंटों में प्राइस के साथ-साथ नीचे मूव किया है। यह दिखाता है कि शॉर्ट-टर्म बाइंग प्रेशर अभी कमजोर हुआ है। फिलहाल, NIGHT का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि OBV ट्रेंडलाइन के ऊपर रहता है या नहीं।
लेकिन सिर्फ OBV की कमजोरी से पूरी तस्वीर नहीं बनती।
Chaikin Money Flow (CMF) इसमें एक अहम लेयर जोड़ता है। CMF से पता चलता है कि बड़े पैमाने पर केपिटल मार्केट में आ रहा है या बाहर जा रहा है।
CMF 20 दिसंबर को जीरो लाइन के ऊपर चला गया और अब तक पॉजिटिव बना हुआ है। हालांकि, पिछले एक दिन में यह फ्लैट हुआ है, लेकिन इसमें गिरावट नहीं आई। सबसे खास बात यह रही कि 22 से 23 दिसंबर के बीच, NIGHT की प्राइस 4 घंटे के चार्ट पर गिरी, लेकिन CMF लगातार बढ़ता रहा। यह एक बुलिश डाइवर्जेंस है।
यह दिखाता है कि प्राइस सॉफ्ट होने के बावजूद बड़े वॉलेट्स बैकग्राउंड में सप्लाई को अभी भी अब्ज़ॉर्ब कर रहे हैं।
यह Nansen डेटा को वैलिडेट करता है जिसमें दिखाया गया है कि मेगा व्हेल्स ने डिप के दौरान भी खरीदारी की, भले ही एक्सचेंज बैलेंस बढ़ गए थे।
एक ऐसा इंडिकेटर जो दिखाता है Big Money की अहमियत
VWAP, यानी Volume-Weighted Average Price, इन संकेतों को जोड़ने में मदद करता है। VWAP वो औसत प्राइस है जो ट्रांजेक्शन वॉल्यूम के मुताबिक तय होता है और ये शॉर्ट-टर्म ट्रेंड के लिए एक अच्छा इंडिकेटर होता है। NIGHT ने 22 दिसंबर को VWAP से नीचे ट्रेंड किया और अब तक इसे फिर से हासिल नहीं कर पाया। इससे यह दिखता है कि शॉर्ट-टर्म में कमजोरी है और प्राइस मोमेंटम क्यों ठप हुआ है।
हालांकि, ऐसा सेटअप पहले भी देखा जा चुका है। 15 दिसंबर को, NIGHT भी VWAP से नीचे ट्रेंड कर रहा था। उस समय, CMF निगेटिव एरिया से ऊपर जा रहा था, जिससे कैपिटल इन्फ्लो का इशारा मिला। जैसे ही CMF मजबूत हुआ, प्राइस ने जल्दी VWAP को फिर से पार किया और ऊपर गया। जब CMF जीरो लाइन के ऊपर रहा, तब प्राइस की तेजी और मजबूत हो गई।
यह इतिहास मायने रखता है। नए टोकन्स में VWAP से ब्रेक होना सामान्य है, खासकर शुरुआती डिस्ट्रीब्यूशन फेज में। असली फर्क VWAP की वजह से नहीं, बल्कि कैपिटल फ्लो से पड़ता है कि रिकवरी होगी या नहीं, जैसा पहले हुआ था।
सिंपल शब्दों में, शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स अभी पीछे हट रहे हैं (शायद प्रॉफिट बुकिंग के लिए), लेकिन बड़े इंवेस्टर्स अभी भी मार्केट में हैं। जब तक CMF पॉजिटिव है और व्हेल्स डिप पर खरीदारी कर रही हैं, तब तक यह कमजोरी एक कंसोलिडेशन जैसी ही दिखती है, कोई पूरा ट्रेंड ब्रेक नहीं।
इससे बड़ा पैसा जनवरी 2026 तक सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर बना रहता है।
Derivatives और NIGHT प्राइस मूवमेंट से January 2026 का रिस्क जोन तय
जब कैपिटल फ्लो स्लो हो रहा होता है, तब derivatives की पोज़िशनिंग जनवरी से पहले और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
अगले 7 दिनों के लिए लिक्विडेशन डेटा दिखाता है कि मार्केट अब भी लॉन्ग-बायस्ड है। Binance पर, लॉन्ग लिक्विडेशन एक्सपोजर $3.6 मिलियन के करीब है, जबकि शॉर्ट साइड पर लगभग $2.9 मिलियन है। हाल ही की गिरावट के बाद यह अंतर थोड़ा कम हुआ है, फिर भी लॉन्ग्स डोमिनेंट पोजिशन में हैं।
यह स्थिति मार्केट को कमजोर और अस्थिर बना देती है।
अगर NIGHT प्राइस कमजोर होती रही और VWAP के नीचे रही, तो लॉन्ग पोजिशन पर खतरा बढ़ सकता है। अगर प्राइस $0.08 की ओर जाती है, तो फोर्स्ड लिक्विडेशन शुरू हो जाएगा और डाउनसाइड तेजी से बढ़ेगा। यह सीन वीक OBV और रुका हुआ CMF भी इंडिकेट करते हैं।
12-घंटे के कुछ जरूरी प्राइस लेवल्स जनवरी के लिए बहुत क्लियर हैं:
- $0.101 वह पहला लेवल है जिसे NIGHT को फिर से लेना होगा। इसके ऊपर क्लीन मूव से मार्केट पर तुरंत दबाव कम होगा।
- $0.120 असली कन्फर्मेशन लेवल है। डेली क्लोज इसके ऊपर रहता है, तो NIGHT फिर से प्राइस डिस्कवरी में आ सकता है और अभी की कमजोरी इनवैलिडेट हो जाएगी।
- $0.071 सबसे इम्पॉर्टेंट डाउनसाइड सपोर्ट बना हुआ है। इसके नीचे ब्रेक होने पर प्राइस और नीचे $0.057 और $0.040 की ओर जा सकता है।
जनवरी 2026 के लिए रास्ता सीधा रहेगा। अगर Whales NIGHT को इकट्ठा करते रहेंगे, CMF दोबारा बढ़ता है और प्राइस VWAP के ऊपर चला जाता है, तो NIGHT फिर से स्टेबल हो सकता है और एक नई एक्सपेंशन फेज की कोशिश करेगा। लेकिन अगर मार्केट सपोर्ट कमजोर पड़ता है और लेवरेज अभी भी लॉन्ग-साइड है, तो मार्केट में लिक्विडेशन-ड्रिवन रिसेट हो सकता है, और फिर ही कोई सस्टेनेबल ट्रेंड बनेगा।