एक्सपर्ट्स लगातार संकेत दे रहे हैं कि 2026 की पहली तिमाही (Q1) में क्रिप्टो बुल रन आ सकता है, जिसका मुख्य कारण मैक्रोइकनॉमिक फैक्टर्स का एक साथ आना है।
एनालिस्ट्स का मानना है कि अगर ये कारण सच होते हैं तो Bitcoin की प्राइस $300,000 से $600,000 तक जा सकती है।
पांच खास ट्रेंड्स मिलकर डिजिटल एसेट्स के लिए एनालिस्ट्स जिसे ‘परफेक्ट स्टॉर्म’ कह रहे हैं, वह बना रहे हैं।
1. Fed Balance Sheet में ब्रेक से मार्केट पर से दबाव हटा
Federal Reserve की क्वांटिटेटिव टाइटनिंग (QT), जिसने 2025 में पूरी लिक्विडिटी निकाल दी थी, हाल ही में खत्म हुई।
लिक्विडिटी की ड्रेनिंग बन्द करना ऐतिहासिक रूप से रिस्क एसेट्स के लिए bullish होता है। पिछले साइकिल्स के डेटा से पता चलता है कि जब सेंट्रल बैंक अपने बैलेंस शीट्स कंट्रैक्ट करना रोकते हैं, तो Bitcoin की प्राइस करीब 40% तक अपवर्ड जा सकती है।
एनालिस्ट Benjamin Cowen ने बताया कि 2026 की शुरुआत वो समय हो सकता है जब बाज़ारों पर Fed के QT खत्म करने का असर दिखना शुरू हो सकता है।
2. Rate cuts फिर से आ सकते हैं
Federal Reserve ने हाल ही में इंटरेस्ट रेट्स कट किए, और इसकी कमेंट्री और Goldman Sachs की फोरकास्ट के मुताबिक 2026 में भी इंटरेस्ट रेट्स कट्स जारी रह सकते हैं, जिससे रेट्स 3–3.25% तक आ सकते हैं।
लोअर रेट्स आमतौर पर लिक्विडिटी बढ़ाते हैं और क्रिप्टोकरेंसी जैसे speculative एसेट्स के लिए इंटरेस्ट को भी बढ़ावा देते हैं।
3. शॉर्ट-एंड liquidity में सुधार
अगर Treasury bill की खरीदारी या अन्य सपोर्ट यील्ड कर्व के शॉर्ट एंड पर बढ़ता है तो इससे फंडिंग प्रेशर कम हो सकता है और शॉर्ट-टर्म रेट्स भी डाउन हो सकते हैं। Fed ने बताया है कि वह मार्केट लिक्विडिटी को मैनेज करने के लिए Treasury bills की टेक्निकल खरीदारी शुरू करेगा।
“[खरीदारी] सिर्फ लंबे समय तक रेज़र्व की पर्याप्त सप्लाई बनाए रखने के लिए है, जिससे हमारी policy rate पर सही कंट्रोल बना रहे…ये मुद्दे अलग हैं और monetary policy की पोजिशन पर कोई असर नहीं डालते,” कहा Fed चेयर Jerome Powell ने।
Fed शॉर्ट-टर्म फंडिंग मार्केट्स में तब एंट्री करता है जब लिक्विडिटी इम्बैलेंस होता है। ऐसे इम्बैलेंस ओवरनाइट repo मार्केट में दिखते हैं, जहां बैंक कैश के बदले Treasuries उधार लेते हैं।
हाल ही में, कई इंडिकेटर्स शॉर्ट-टर्म फंडिंग प्रेशर बढ़ने की ओर इशारा कर रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
- मनी मार्केट फंड्स में ज्यादा कैश जमा होना,
- T-बिल इश्यू करने में सख्ती आना क्योंकि Treasury ने अपनी बॉरोइंग की मिक्स बदल दी है, और
- लिक्विडिटी की सीजनल डिमांड में इज़ाफा होना।
Fed ने Treasury बिल्स की कंट्रोल्ड पर्चेज प्लान शुरू की है, जिससे शॉर्ट-टर्म इंटरेस्ट रेट्स टारगेट Federal Funds Rate से अलग न हो जाएँ। ये गवर्नमेंट सिक्योरिटीज सबसे कम ड्यूरेशन वाली होती हैं, आमतौर पर कुछ हफ्तों से एक साल तक की अवधि में।
यह कदम क्लासिक QE नहीं है, लेकिन फिर भी यह क्रिप्टो मार्केट्स के लिए एक बड़ा लिक्विडिटी टेलविंड साबित हो सकता है।
Q1 2026 के लिए, रिस्क एसेट्स जैसे क्रिप्टो और इक्विटी के लिए इसका व्यापक असर आमतौर पर पॉजिटिव रहेगा, लेकिन मॉडरेट रहेगा, क्योंकि Fed अपनी पॉलिसी को लिक्विडिटी बनाए रखने या धीरे-धीरे बढ़ाने की दिशा में शिफ्ट कर रहा है।
4. पॉलिटिकल इंसेंटिव्स से स्थिरता को बढ़ावा
US की मिडटर्म इलेक्शन नवंबर 2026 में होने वाली हैं, ऐसे में नीति निर्माता मार्केट स्टेबिलिटी को डिस्टर्ब किए बिना बनाए रखना चाहेंगे।
इसका फायदा ये होगा कि अचानक किसी रेग्युलेटरी शॉक की संभावना कम हो जाएगी और रिस्क एसेट्स में इनवेस्टर्स का कॉन्फिडेंस बढ़ेगा।
“अगर midterm इलेक्शन से पहले USA का स्टॉक मार्केट फिसलता है, तो मौजूदा प्रशासन जिम्मेदार होगा – इसलिए वे इक्विटी (और क्रिप्टो) को ऊपर बनाए रखने की पूरी कोशिश करेंगे,” लिखा मैक्रो रिसर्चर Thorsten Froehlich ने।
5. Employment का “Paradox”
कमज़ोर लेबर मार्केट डेटा, जैसे कि कम एम्प्लॉयमेंट या माइल्ड लेऑफ्स, अक्सर Fed को डोविश रिस्पॉन्स देने पर मजबूर करते हैं।
ऐसे सॉफ्ट लेबर कंडीशंस से Fed पर पॉलिसी को आसान बनाने का दबाव बढ़ता है, जिससे मार्केट में लिक्विडिटी आती है और क्रिप्टोकरेंसीज़ के लिए फेवरबल कंडीशन बनती है।
एक्सपर्ट आउटलुक: मार्केट में बुलिश सेंटिमेंट बढ़ रहा है
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स भी यही मैक्रो व्यू ले रहे हैं। CoinMarketCap की रिसर्च हेड Alice Liu के मुताबिक, पॉजिटिव मैक्रो इंडीकेटर्स के चलते फरवरी और मार्च 2026 में क्रिप्टो मार्केट में वापसी देखने को मिल सकती है।
“हम 2026 की पहली तिमाही (Q1) में मार्केट की वापसी देखेंगे। फरवरी और मार्च में फिर से बुल मार्केट रहेगा, जो विभिन्न मैक्रो इंडीकेटर्स के आधार पर होगा,” Binance ने रिपोर्ट करते हुए बताया। यह बात CoinMarketCap की Head of Research, Alice Liu ने कही।
कुछ एनालिस्ट्स इससे भी ज्यादा पॉजिटिव हैं। क्रिप्टो कमेंटेटर Vibes का मानना है कि Bitcoin Q1 2026 में $300,000 से $600,000 तक पहुंच सकता है। ऐसा अनुमान जरूरी लिक्विडिटी में सुधार और मैक्रो कंडीशन्स के आसान होने के कारण बना है, जिससे मार्केट में काफी बुलिश सेंटिमेंट देखा जा रहा है।
अभी फिलहाल मार्केट में भागीदारी कम है। Bitcoin ओपन इंटरेस्ट भी गिरा है, जिससे ट्रेडर्स की सतर्कता दिखती है।
हालांकि, अगर ये मैक्रोइकोनॉमिक पॉजिटिव चलन सच साबित होते हैं, तो कंसोलिडेशन के बाद मार्केट में तेजी से बड़ा उछाल आ सकता है, जिससे 2026 की शुरुआत क्रिप्टो मार्केट्स के लिए ऐतिहासिक बन सकती है।