Shiba Inu प्राइस के लिए यह साल काफी मुश्किल भरा रहा है। यह टोकन साल दर साल करीब 70% गिर चुका है और अपने ऑल-टाइम हाई से 90% से ज्यादा नीचे है। मीम कॉइन में लोगों की रुचि कम हो रही है, इसी वजह से अब कई लोग पूछ रहे हैं कि क्या SHIB धीरे-धीरे खत्म हो रहा है?
यह चिंता और बढ़ गई जब CryptoQuant के CEO Ki Young Ju ने कहा कि मीम कॉइन्स “डेड” हो चुके हैं। उन्होंने गिरती डॉमिनेंस और घटती स्पेकुलेशन का हवाला दिया। ऊपर से देखें तो Shiba Inu इस नजरिए में बिल्कुल फिट बैठता है। लेकिन ऑन-चेन डेटा Story को और नया एंगल देता है।
मीम कॉइन में कमजोरी साफ दिखी, Shiba Inu भी इसी ट्रेंड में
कुल मिलाकर मीम कॉइन मार्केट कमजोर हो गई है। CryptoQuant डेटा के अनुसार मीम कॉइन की डॉमिनेंस 2024 की शुरुआत के लो लेवल पर आ गई है, जिससे altcoins में कम स्पेकुलेटिव एक्टिविटी नजर आ रही है।
Shiba Inu भी इसी ट्रेंड से गुजर रहा है। इसकी प्राइस लंबे समय से लॉन्ग-टर्म रेजिस्टेंस के नीचे बनी हुई है और हर रैली टिक नहीं पा रही। स्मार्ट मनी वॉलेट्स–जो अनुभवी और एक्टिव ट्रेडर्स को ट्रैक करते हैं– ने पूरे साल SHIB एक्सपोजर में लगातार कटौती की है।
इससे पता चलता है कि ट्रेडर्स शॉर्ट-टर्म बाउंस की उम्मीद के साथ पोजिशन नहीं ले रहे हैं। सीधे शब्दों में कहें तो, एक्सपर्ट ट्रेडर्स प्राइस surge या रैली जैसे मूव्स पर निर्भर नहीं कर रहे।
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हाल ही में आए डेरिवेटिव्स डेटा से यह नजरिया और भी मजबूत होता है। पिछले 30 दिनों में ज्यादातर पर्पेचुअल futures ट्रेडर्स ने एक्सपोजर घटाया है। टॉप addresses को छोड़ दें, तो बाकी जगह leverage बहुत कम है। इससे साफ है कि ट्रेडर्स सतर्क हैं और किसी तेजी या बड़े मूव की उम्मीद नहीं कर रहे।
सीधे शब्दों में कहें तो, मार्केट में स्पेकुलेशन लगभग खत्म हो चुकी है। यह दिखाता है कि मीम कॉइन्स अब पहले जैसी मार्केट ड्राइविंग फोर्स नहीं रहे। हालांकि, स्पेकुलेशन मार्केट का सिर्फ एक पहलु है।
Whales और holders की खरीद जारी, exchanges से कॉइन्स की ऑउटफ्लो तेज
कमजोर प्राइस मूवमेंट के बावजूद, लॉन्ग-टर्म व्यवहार कुछ और कहानी दिखाता है।
Shiba Inu के होल्डर काउंट में, जो बताता है कितने वॉलेट्स में SHIB है, पूरे साल लगातार बढ़ोतरी हुई है। यह 1.46 मिलियन के करीब से शुरू हुआ था और अब लगभग 1.54 मिलियन तक पहुँच गया है। यह बढ़ोतरी लगातार नहीं रही, लेकिन ट्रेंड पॉजिटिव है, भले ही प्राइस काफी नीचे गिरी हो।
Whale डेटा और भी ज्यादा चौंकाने वाला है।
बीते एक साल में, बड़े होल्डर्स ने अपने SHIB बैलेंस लगभग 249% तक बढ़ा लिए हैं, जैसा कि ऊपर इमेज में दिखाया गया है। मेगा-whale बैलेंस में करीब 28.5% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, exchanges में SHIB की मात्रा, यानी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर पड़े टोकन्स, करीब 22% तक कम हो गए हैं। एक्सचेंजेस पर कम कॉइन्स मतलब शॉर्ट-टर्म में कम सेलिंग प्रेशर।
यह ट्रेंड हाल ही में और तेज़ हो गया है। सिर्फ पिछले 30 दिनों में, whale बैलेंस में 61% से ज्यादा ग्रोथ आई है, और इसी दौरान ज़्यादातर एक्सचेंजेस से ऑउटफ्लो देखने को मिला है।
यह पैनिक या शर्मिंदगी नहीं दिखती। बल्कि, यह स्लो एक्यूम्यूलेशन जैसा लगता है।
हालांकि, ध्यान देने वाली बात है कि डेरिवेटिव्स ट्रेडर्स इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं। टॉप एड्रेस के अलावा, लीवरेज पोजीशनिंग काफी लो है। Whales जल्दी जरूर हैं, लेकिन आक्रामक नहीं हैं।
Shiba Inu प्राइस स्ट्रक्चर कमजोर, लेकिन reversal setup बन रहा है
SHIB प्राइस मूवमेंट कमजोर है, लेकिन उम्मीद अब भी बरकरार है।
थ्री-डे चार्ट पर देखें तो Shiba Inu लॉन्ग-टर्म फॉलिंग वेज पैटर्न में ट्रेड कर रहा है, जो आमतौर पर प्राइस ऊपर ब्रेक होने पर bullish हो जाता है। हाल ही में एक कड़ा सिग्नल दिखा।
3 दिसंबर से 12 दिसंबर के बीच Shiba Inu प्राइस में तो नया लो बना, लेकिन Relative Strength Index (RSI), जो एक मोमेंटम इंडिकेटर है, उसमें हाईयर लो बना। यह bullish डाइवर्जेंस दिखाता है कि सेलिंग प्रेशर कमजोर हुआ है, जिससे ट्रेंड रिवर्स होने की संभावना बढ़ गई है।
अब की-पॉइंट्स कहानियों से ज्यादा मायने रखते हैं।
पहला रेजिस्टेंस $0.0000092 के करीब है। अगर प्राइस इस स्तर के ऊपर क्लीन ब्रेक देता है, तो यह सितंबर से बनी अप्पर ट्रेंडलाइन से ब्रेकआउट को दर्शाएगा। अगर ये कन्फर्म होता है, तो अगला रेजिस्टेंस जोन $0.000010, $0.000011, और $0.000014 के पास होंगे, जो पिछली बड़ी स्विंग हाई के साथ मेल खाते हैं। ध्यान रहे, $0.0000092 के ऊपर केवल मजबूत ब्रेक ही “डेड कॉइन” की बातों को पूरी तरह गलत साबित कर सकता है।
नीचे की ओर, अगर प्राइस $0.0000075 से नीचे जाता है तो स्ट्रक्चर कमजोर हो जाता है। इस लेवल से नीचे लगातार ट्रेड होने पर रिवर्सल सेटअप इनवैलिडेट हो जाएगा और डाउनसाइड रिस्क फिर से बढ़ जाएगा।
Shiba Inu डेड नहीं है, लेकिन बहुत स्ट्रॉन्ग भी नहीं है। मार्केट में अटकलें खत्म हो गई हैं, ट्रेडर्स सतर्क हैं और फास्ट प्रॉफिट की उम्मीद नहीं है। फिर भी, होल्डर की संख्या बढ़ रही है, व्हेल्स भारी मात्रा में जमा कर रही हैं और एक्सचेंज बैलेंस कम हो रहे हैं, जिससे लगता है कि चैन को अभी छोड़ा नहीं गया है।
अगर altcoin साइकिल दोबारा आता है, तो Shiba Inu के पास फिर से रिवाइवल का रास्ता होगा। फिलहाल ये सर्वाइवल मोड में है और स्ट्रॉन्ग कन्फर्मेशन का इंतजार कर रहा है।