Silk Road के बंद हो चुके मार्केटप्लेस से जुड़ा Bitcoin एक दशक से भी ज्यादा समय बाद फिर से मूव हुआ है, जिससे यह सवाल उठ गए हैं कि इन कॉइन्स को कौन कंट्रोल कर रहा है और इस नई एक्टिविटी का क्रिप्टो मार्केट पर क्या असर हो सकता है।
ब्लॉकचेन डेटा दिखाता है कि पिछले 24 घंटों में Silk Road से जुड़े कई सालों से इनएक्टिव वॉलेट्स से 176 ट्रांसफर हुए हैं, जिनमें करीब $3.14 मिलियन नई ऐड्रेस में भेजे गए हैं।
मार्केट डंप नहीं, ये कंसोलिडेशन पैटर्न है
यह पैटर्न तुरंत ध्यान में आया क्योंकि ये वॉलेट्स बहुत कम एक्टिविटी दिखाते हैं, और शुरुआती डार्क वेब मार्केट से जुड़े पुराने Bitcoin की हरकतें अक्सर ट्रेडर्स के बीच चिंता बढ़ा देती हैं। early dark web markets
हालांकि, मूवमेंट की स्ट्रक्चर से लगता है कि यह कोई जल्दबाजी में सेल-ऑफ़ नहीं है, बल्कि एक कंट्रोल्ड और प्लांड रीऑर्गनाइजेशन दिखता है।
ऑन-चेन डेटा बताता है कि फंड्स छोटे, बराबर हिस्सों में भेजे गए, जिसे एनालिस्ट्स आमतौर पर वॉलेट कंसोलिडेशन मानते हैं। ये कॉइन्स न तो किसी एक्सचेंज डिपॉजिट पर गए हैं, न ही किसी नॉर्मल मिक्सिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर, जिससे liquidation या laundering का संकेत नहीं मिलता है।
बल्कि, ये फंड्स नए वॉलेट्स में दोबारा कंसोलिडेट किए जा रहे हैं, जो अक्सर पुराने UTXO क्लीनिंग, कस्टडी ऑर्गनाइज या फ्यूचर एक्शन की तैयारी के लिए होता है।
ऐसी मूवमेंट्स पहले भी प्राइवेट होल्डर्स और लॉ एन्फोर्समेंट–कंट्रोल्ड ऐड्रेस से देखी गई हैं।
Dark Web पर Bitcoin ट्रांसफर के पीछे क्या कारण हो सकते हैं
यह एक्टिविटी कई संभावनाएं दिखाती है। सबसे संभावित यह है कि कॉइन्स को कंट्रोल करने वाला कोई प्राइवेट शुरुआती Silk Road पार्टिसिपेंट या सरकारी एजेंसी अपने वॉलेट स्ट्रक्चर को अपडेट कर रही है।
US सरकार पहले भी Silk Road से कब्जा किए गए बड़े Bitcoin को कंसोलिडेट कर चुकी है, फिर liquidation के लिए उन्हें बेचा गया। कोर्ट ने इस साल की शुरुआत में Silk Road के 69,000 BTC से ज्यादा की बिक्री को मंजूरी दी थी।
एक और संभावना यह है कि किसी प्राइवेट होल्डर ने कई साल बाद अपने पुराने कीज़ को फिर से एक्सेस किया हो। 2011–2013 के समय से डॉर्मेंट BTC कभी-कभी फिर से दिखाई देते हैं, जब शुरुआती यूज़र्स अपने वॉलेट्स रिकवर करते हैं या एस्टेट्स के जरिए ऑनरशिप ट्रांसफर करते हैं।
इन रिएक्टिवेशन में अक्सर धीमी और पैटर्न वाली ट्रांजैक्शन सीक्वेंस होती है, जैसा कि अब ऑन-चेन भी दिख रहा है।
ऐसा कम संभावना है कि ये कॉइन्स लॉन्डर किए जा रहे हैं या तुरंत बेचने की प्लानिंग की जा रही है। आमतौर पर लॉन्डरिंग में हजारों माइक्रो-ट्रांजेक्शन, पील चैन या डायरेक्ट मूवमेंट टू मिक्सर्स शामिल होती है — अभी तक ऐसा कुछ नहीं देखा गया है।
Bitcoin के लिए क्या मायने रखता है
मार्केट पर असर फिलहाल सीमित है। जब तक फंड्स एक्सचेंजेस की तरफ ट्रांसफर नहीं होते, तब तक डायरेक्ट सेलिंग प्रेशर नहीं है।
एनालिस्ट्स यह मॉनिटर करते रहेंगे कि नए एड्रेस आखिरकार कॉइन्स को सेंट्रलाइज्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म या OTC डेस्क पर ट्रांसफर करते हैं या नहीं।
हालांकि, पुराने डार्कनेट लिंक्ड वॉलेट्स से मूवमेंट का प्रतीकात्मक महत्व है। इससे पता चलता है कि शुरू के टाइम की Bitcoin ट्रैसेबल है और एक दशक से भी पुराने ट्रांजेक्शन अचानक सामने आ सकते हैं।
साथ ही, ये ट्रांसफर्स इस बात को जाहिर करते हैं कि ऐसे वक्त में जब इंस्टीट्यूशनल फ्लो, ETF एक्टिविटी और मैक्रो कंडीशंस मार्केट में वोलटिलिटी पैदा कर रहे हैं, तब सप्लाई मूवमेंट को लेकर संवेदनशीलता कितनी बढ़ गई है।