Ethereum के कोर डेवेलपर्स ने 2026 में दो बड़े नेटवर्क अपग्रेड लॉन्च करने का प्लान बताया है, जिनके कोडनेम “Glamsterdam” और “Hegota” हैं।
यह फैसला Ethereum ब्लॉकचेन नेटवर्क के तेजी से बदलाव की स्ट्रैटेजी को दिखाता है। इस कदम का मकसद एक प्रिडिक्टेबल बाय-एनुअल (छह महीने में एक बार) अपग्रेड शेड्यूल बनाना है और हाई-थ्रूपुट कॉम्पिटीटर्स के मुकाबले अपनी पोजीशन को मजबूत करना है।
Ethereum अब हर छह महीने में अपग्रेड, हाई-स्पीड rivals से मुकाबला
इस रोडमैप के मुताबिक “Glamsterdam” 2026 की पहली छमाही में रिलीज़ होगा, जो कि हाल ही की “Fusaka” हार्ड फॉर्क के बाद जल्दी आएगा।
डेवेलपर्स के अनुसार, Glamsterdam का फोकस इमीडिएट स्केलेबिलिटी और एफिशिएंसी को ठीक करने पर रहेगा। इसमें खास तौर पर गैस ऑप्टिमाइज़ेशन और “Enshrined Proposer-Builder Separation” (ePBS) शामिल होगी।
यह टेक्निकल अपग्रेड प्रोटोकॉल लेवल पर ब्लॉक बिल्डर्स और ब्लॉक प्रपोज़र्स की रोल्स को अलग करेगा। इससे सेंसरशिप रीस्क कम होगी और नेटवर्क और भी डिसेंट्रलाइज़्ड बनेगा।
इसी दौरान, डेवेलपर्स का प्लान है कि छुट्टियों के बाद Glamsterdam के लिए पूरी फीचर लिस्ट फाइनल कर ली जाएगी।
दूसरी तरफ, 2026 की दूसरी छमाही में “Hegota” अपग्रेड रिलीज़ किया जाएगा।
इस अपग्रेड का नाम इसकी ड्यूल नेचर को दर्शाता है, जिसमें “Bogota” एक्सिक्यूशन-लेयर अपडेट और “Heze” कंसेंसस-लेयर अपडेट को जोड़ा गया है।
Christine Kim, जो पहले Galaxy Digital में वाइस प्रेसिडेंट थीं और अब प्रोटोकॉल गवर्नेंस पर नज़र रखती हैं, बताया कि Hegota को लेकर चर्चाएं 8 जनवरी की All Core Developers कॉल में शुरू होंगी।
इन सेशन्स में इस फोर्क के मेन फीचर्स तय किए जाएंगे, और फरवरी के आखिर तक फाइनल लाइस्ट जारी होने की उम्मीद है।
अन्य प्लान किए गए अपडेट्स
इन स्ट्रक्चरल बदलावों के साथ-साथ, Ethereum Foundation भी लॉन्ग-टर्म रिसर्च को सिक्योरिटी सख्त करने की दिशा में तेजी से शिफ्ट कर रही है।
रिसर्चर George Kadianakis ने कन्फर्म किया है कि नेटवर्क का टारगेट 2026 के आखिर तक “128-bit provable security” हासिल करना है। ये क्रिप्टोग्राफिक स्टैंडर्ड इंस्टिट्यूशनल-ग्रेड फाइनेंशियल एप्लिकेशंस के लिए जरूरी माना जाता है।
“zkEVMs के लिए, ये कोई अकादमिक विषय नहीं है। साउंडनेस से जुड़ी समस्या बाकी सिक्योरिटी इश्यूज़ से अलग है। अगर कोई अटैकर प्रूफ को फोर्ज कर सकता है, तो वो कुछ भी फोर्ज कर सकता है: बिना किसी बेस के टोकन्स मिंट करना, स्टेट को रीराइट करना, फंड्स चुराना। एक L1 zkEVM जो सैकड़ों बिलियन $ को सिक्योर करता है, उसके लिए सिक्योरिटी मार्जिन किसी भी तरह से समझौते का विषय नहीं है,” उन्होंने कहा।
फाउंडेशन ने इस इनिशिएटिव को कुछ खास उपलब्धियों से जोड़ा है, जिसमें फरवरी में “soundcalc” इंटीग्रेशन और मई में Glamsterdam हार्ड फोर्क के साथ पूरी तरह से अलाइनमेंट शामिल है।
इस बीच, ये कोशिशें Ethereum की मास एडॉप्शन में आ रही टेक्निकल दिक्कतों को दूर करने के लिए हैं। Ethereum की मास एडॉप्शन अभी भी कुछ टेक्निकल वजहों से सीमित है।
इस गैप को ब्रिज करने के लिए, डेवलपर्स ऐसी स्ट्रैटेजी बना रहे हैं जिससे एंट्री बैरियर्स कम हों और पॉपुलर कंज्यूमर एप्लिकेशंस जैसी सिंपलिटी भी मिल सके।