पाबंदी झेल रहे Russian exchange Garantex एक बार फिर धीरे-धीरे फंड्स ट्रांसफर कर रहा है, जिसका खुलासा ब्लॉकचेन एनालिटिक्स कंपनी Global Ledger ने ऑन-चेन पेआउट आर्किटेक्चर के ज़रिए किया है।
फॉरेंसिक सबूतों से साफ हो गया है कि Russian एक्टर्स ने लॉ इंफोर्समेंट की कोशिशों के बावजूद एक फंक्शनिंग पेआउट सिस्टम फिर से बना लिया है।
Garantex ने चुपचाप करोड़ों का ट्रांसफर किया
Global Ledger की एक नई जांच से पता चला है कि Garantex, एक Russian क्रिप्टोकरेंसी exchange जिसे पहले Western sanctions और सर्वर जब्ती का सामना करना पड़ा था, अब भी भारी रकम ट्रांसफर करने में सफल हो रहा है।
रिसर्चर्स ने Bitcoin और Ethereum पर नए Garantex से जुड़े वॉलेट्स का पता लगाया है, जिनमें कुल $34 मिलियन से ज्यादा की क्रिप्टोकरेंसी पड़ी है। इसमें से कम-से-कम $25 मिलियन पहले ही पुराने यूज़र्स को पे किया जा चुका है। इन मूवमेंट्स से साफ है कि इंटरनेशनल दबाव के बावजूद ऑपरेशन अभी भी एक्टिव है।
Global Ledger ने बताया कि Garantex एक ऐसा पेआउट सिस्टम चला रहा है जो मनी फ्लो को छुपा देता है। यह exchange अपनी reserves को Tornado Cash जैसे mixing सर्विसेज़ में डालता है, जिससे फंड्स का origin छुप जाता है।
इसके बाद फंड्स को कई cross-chain tools के जरिए राउट किया जाता है। ये टूल्स नेटवर्क्स जैसे Ethereum, Optimism और Arbitrum के बीच एसेट्स ट्रांसफर करने में मदद करते हैं। आखिर में ये फंड्स “एग्रीगेशन वॉलेट्स” में पहुंचते हैं और वहां से इंडिविजुअल पेआउट वॉलेट्स में बांटे जाते हैं।
जांच में ये भी सामने आया है कि ज्यादातर Ethereum रिजर्व्स अभी तक छुए ही नहीं गए हैं। Garantex से जुड़े ETH का 88% से ज्यादा रिजर्व में ही है। इससे साफ है कि फिलहाल सिर्फ शुरुआती पेआउट फेज शुरू हुआ है।
Global Ledger की रिपोर्ट में जो फाइंडिंग्स आई हैं, वे Russia के फाइनेंशियल सिस्टम में हो रहे बदलावों का हिस्सा हैं।
Russia कैसे A7A5 से ट्रेड जारी रख रहा है
Russia ने डिजिटल एसेट्स को लेकर अपना रूख तेजी से बदला है।
2022 की शुरुआत में, Russian Central Bank ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया था, और उन्हें फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के लिए खतरा बताया था। लेकिन 2024 तक, देश अपने रुख से पीछे हट चुका था और अब क्रिप्टो का उपयोग पाबंदियों के बीच ट्रेड को सपोर्ट करने के लिए कर रहा है।
President Vladimir Putin ने भी खुद एक नई पेमेंट नेटवर्क, A7 का समर्थन किया है।
A7 ने 2025 की शुरुआत में रूबल-बैक्ड स्टेबलकॉइन A7A5 लॉन्च किया। यह टोकन ट्रेडिशनल फाइनेंशियल सिस्टम में पैसे के फ्लो को आसान बनाता है। Chainalysis के अनुसार, इसने अब तक $87 बिलियन से भी ज्यादा ट्रेडिंग एक्टिविटी को सपोर्ट किया है।
रूसी कंपनियां A7A5 का उपयोग रूबल्स को USDT में कन्वर्ट करने के लिए करती हैं। इससे रूसी कंपनियों को आसानी से क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स करने में मदद मिलती है, भले ही बैंक्स रूस से जुड़े ट्रांसफर प्रोसेस करने से इनकार कर दें।
जहां Russia एक ऐसा वित्तीय सिस्टम बना रहा है जो अब वेस्टर्न चैनलों पर निर्भर नहीं है, वहीं Global Ledger की स्टडी से ये और साफ हो गया है कि Garantex गायब नहीं हुआ है।
इसके बजाय, इसने अपने ऑपरेशंस को नए तरीके से एडॉप्ट किया है और वो अब नए स्टेट-बेस्ड सिस्टम जैसी स्ट्रक्चर्स के जरिए भी पैसे मूव कर रहा है।
कुल मिलाकर, यह सबूत दिखाते हैं कि किस तरह से देशों ने नए क्रिप्टो-बेस्ड पेमेंट सिस्टम्स बनाए हैं जो कंट्री-स्पेसिफिक सैंक्शन्स को बायपास कर देते हैं और ट्रेडिशनल एक्सटर्नल प्रेशर को कम कर रहे हैं।