Spot XRP exchange-traded funds (ETFs) ने $1 बिलियन की नेट एसेट्स का आंकड़ा पार कर लिया है, जिसमें कुल इनफ्लो $990.9 मिलियन तक पहुंच गया है।
खास बात यह है कि एनालिस्ट्स का मानना है कि अगर मौजूदा मोमेंटम जारी रहा, तो 2026 तक कुल ETF इनफ्लो $10 बिलियन से ज्यादा हो सकते हैं।
XRP ETFs ने $1 Billion की उपलब्धि हासिल की
SoSoValue के डाटा के अनुसार, Spot XRP ETFs द्वारा होल्ड की जा रही कुल नेट एसेट्स पिछले गुरुवार को $1 बिलियन से ज्यादा हो गई थीं। लेख लिखने के समय, यह आंकड़ा लगभग $1.18 बिलियन था।
Canary Capital के CEO Steven McClurg ने बताया कि भले ही Solana बेस्ड ETFs पहले लॉन्च हुए थे लेकिन अब XRP ETFs ने इनमें टोटल AUM के मामले में बढ़त बना ली है, जिससे निवेशकों की मजबूत रुचि का पता चलता है।
“मुझे इसकी उम्मीद थी। SOL ऑन-चेन होल्डिंग और सीधे staking के लिए रिटेल निवेशकों में ज्यादा एफिशिएंट है, जबकि XRP में ज्यादा इंस्टीट्यूशनल डिमांड है और उसमें staking नहीं है। हर चीज़ की तरह, कुछ लोग डायरेक्ट ओनरशिप को पसंद करते हैं, तो कुछ फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट्स की आसानी को। कुछ दोनों को अपनाएंगे,” McClurg ने लिखा।
इस बीच, XRP स्पॉट ETFs ने लगातार पॉजिटिव नेट फ्लो रिकॉर्ड किया है। अब तक कुल इनफ्लो $990.9 मिलियन तक पहुंच गया है।
फिलहाल, पांच एसेट मैनेजर्स Spot XRP ETF प्रोडक्ट्स ऑफर कर रहे हैं, जिनमें Grayscale, Franklin Templeton, Bitwise, और Canary Capital शामिल हैं। सबसे लेटेस्ट एंटरेंट 21Shares ने TOXR नाम से अपने XRP ETF के लॉन्च से बाजार को और ज्यादा एक्सपैंड किया है, जिससे इन्वेस्टर्स की पहुंच भी बढ़ी है।
इन ETFs की एंट्री इन्वेस्टर्स के लिए एक बड़ा बदलाव लेकर आई है। रेग्युलेटरी अनिश्चितता के कारण XRP को सालों तक ट्रेडिशनल इन्वेस्टमेंट वेहिकल्स में जगह नहीं मिली थी। अब स्पॉट ETFs ने यह बाधा हटा दी है, जिससे रेग्युलेटेड चैनल्स के जरिए ज्यादा लोग इसमें भाग ले पा रहे हैं।
मार्केट एनालिस्ट्स लगातार ग्रोथ को लेकर पॉजिटिव हैं। एक एनालिस्ट ने जोर देकर कहा कि यह हालिया ग्रोथ सीमित Spot XRP ETFs उपलब्ध होने के बावजूद आई है।
“यह सिर्फ 5 स्पॉट ETF हैं। अभी तक BlackRock नहीं, न ही 10-15 ETF एक्सपोजर है। लेकिन ये जल्द आएंगे,” X Finance Bull ने पोस्ट किया।
मौजूदा ट्रेंड्स के आधार पर, एनालिस्ट का मानना है कि अगर वीकली इनफ्लो करीब $200 मिलियन बने रहते हैं, तो कुल इनफ्लो 2026 तक $10 बिलियन पार कर सकते हैं।
“अब इस फ्लो की कल्पना करें। लगभग $200 मिलियन प्रति हफ्ता। यह ट्रेंड 2026 तक अगले 52 हफ्तों तक जारी रहेगा। इसका मतलब है $10 BILLION से ज़्यादा नेट इनफ्लो, और इस स्पीड से 5 BILLION से ज्यादा XRP लॉक हो जाएंगे। इस स्तर पर, लिक्विड सप्लाई सिर्फ मिथ है। इसी तरह सप्लाई शॉक पैदा होता है। रिटेल इमोशनली सेल-ऑफ़ कर रहे हैं। इंस्टिट्यूशंस वैल्यू को मेकैनिकली खरीद रहे हैं,” उन्होंने आगे कहा।
XRP लॉन्ग-टर्म प्राइस प्रोजेक्शन और मार्केट आउटलुक
स्पॉट XRP ETF में मजबूत इनफ्लो के बावजूद, टोकन की प्राइस परफॉर्मेंस अब तक सुस्त रही है। BeInCrypto ने पहले रिपोर्ट किया था कि ETF डेवलपमेंट और Ripple के एक्सपैंशन एफोर्ट्स ने अब तक XRP के मार्केट प्राइस पर सीमित असर डाला है।
BeInCrypto Markets के आंकड़ों के मुताबिक, XRP पिछले एक महीने में लगभग 13% गिर चुका है। लेख लिखने के समय, यह एसेट $2.00 पर ट्रेड कर रहा था, जो पिछले 24 घंटों में 0.91% नीचे था।
फिर भी, कुछ एनालिस्ट्स माना रहे हैं कि आगे पॉजिटिव मूवमेंट आ सकती है। मार्केट कमेंटेटर Xaif Crypto के अनुसार, XRP की ट्रेडिंग एक्टिविटी अभी भी बड़े होल्डर्स यानी व्हेल्स से काफी प्रभावित हो रही है।
“हाल ही में, XRP शॉर्ट-टर्म गिरावट में रहा है और इस साल की सबसे कम कीमत के करीब है। इसके बावजूद, XRP व्हेल्स डोमिनेट कर रहे हैं। वे प्राइस गिरने के बावजूद एक्टिवली XRP ट्रेड कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।
एनालिस्ट के मुताबिक, ऐसा बिहेवियर आमतौर पर तब देखने को मिलता है जब मार्केट बॉटमिंग फेज में होता है और बड़े इनवेस्टर्स अपकमिंग ट्रेंड रिवर्सल से पहले अपनी पोजीशंस बनाना शुरू करते हैं।
“व्हेल्स रैली से पहले अक्युमुलेट करते हैं और अपवर्ड ट्रेंड के दौरान खरीद नहीं करते। उनकी एक्टिव बायिंग इंडीकेट करती है कि वे XRP में अपवर्ड ट्रेंड के लिए तैयारी कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।
कुल मिलाकर, Spot XRP ETF का तेज़ ग्रोथ दिखाता है कि इस एसेट में इंस्टीट्यूशनल दिलचस्पी बढ़ रही है, भले ही प्राइस मूवमेंट अभी शांत है। इनफ्लो यह दिखाता है कि लोगों का लॉन्ग-टर्म भरोसा मजबूत है, लेकिन XRP का शॉर्ट-टर्म प्रदर्शन अभी तक इसका फायदा नहीं उठा पाया है। अब देखना होगा कि एनालिस्ट्स की भविष्यवाणी के मुताबिक इसमें अपवर्ड ट्रेंड देखने को मिलता है या XRP को और गिरावट का सामना करना पड़ेगा।